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    Parliament: विपक्ष का SIR और ट्रंप टैरिफ के मुद्दे पर हंगामा, नहीं चले संसद के दोनों सदन

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Thu, 31 Jul 2025 11:01 PM (IST)

    ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के बाद भले ही विपक्षी रवैए में बदलाव की उम्मीद की जताई जा रही थी लेकिन बिहार की मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर ) और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से लगाए गए कारोबार टैक्स ( ट्रंप टैरिफ) के मुद्दे पर उनका रवैया जस का तस है। गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की है।

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    विपक्ष का SIR और ट्रंप टैरिफ के मुद्दे पर हंगामा (सांकेतिक तस्वीर)

     जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के बाद भले ही विपक्षी रवैए में बदलाव की उम्मीद की जताई जा रही थी, लेकिन बिहार की मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर ) और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से लगाए गए कारोबार टैक्स ( ट्रंप टैरिफ) के मुद्दे पर उनका रवैया जस का तस है।

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    विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की

    गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की है। इस दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही को कई बार स्थगित भी करना पड़ा, लेकिन उनका हंगामा जारी रहा। इस दौरान दोनों ही सदनों का काम-काज पूरी तरह से ठप रहा। बाद में दोनों सदनों की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।

    राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने तो सदन के खराब हो रहे समय का हवाला देते हुए नारेबाजी कर रहे विपक्षी सांसदों से शून्य काल और प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया लेकिन वे नहीं मानें।

     लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी जारी रही

    उपसभापति ने कहा कि वे अब तक अपना और सदन का 30 घंटे का समय खराब कर चुके है, जिसमें वह अपने मुद्दों पर उठाने के साथ ही सरकार से सवाल भी पूछ सकते थे। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी और तेज थी।

    दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई लोकसभा

    इस दौरान सदन की कार्यवाही को पहले दो बजे, फिर चार बजे तक के लिए और बाद में दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों ही सदनों में विपक्ष की ओर से भले ही सबसे ज्यादा शोर और हंगामा एसआइआर और ट्रंप टैरिफ को लेकर किया जा रहा था लेकिन विपक्ष ने इसके अतिरिक्त भी कई मुद्दों पर नियम 267 के तहत चर्चा का नोटिस दिया था।

    इनमें आश्चर्यजनक रूप से राज्यसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक हुए इस्तीफे को लेकर भी चर्चा की मांग की थी। इसके साथ ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ बढ़े अत्याचार व बंगाली मजदूरों के साथ भेदभाव आदि मुद्दे पर चर्चा मांगी गई थी।

    राज्यसभा में विपक्ष ने गुरुवार को इन मुद्दों पर कुल 28 नोटिस दिए थे। जिसे उपसभापति ने खारिज कर दिया गया। इससे पहले 'निसार' सेटेलाइट के सफल प्रक्षेपण पर इसरो और वैज्ञानिकों को सदन ने बधाई भी दी।

    राज्यसभा में विपक्ष की पीएम को बुलाने की मांग पर नड्डा ने दिखाया आईना

    राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बुधवार को हुई चर्चा का जवाब देने के दौरान विपक्ष की ओर से पीएम मोदी को बुलाने की मांग और बायकॉट पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया।

    राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा

    राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच नड्डा ने विपक्ष के इस रवैये को दोहरा मापदंड बताया और कहा कि 2008 में जब मुंबई हमले को लेकर दोनों सदनों में चर्चा हुई थी, तब भी लोकसभा में पीएम और गृह मंत्री दोनों ने चर्चा पर जवाब दिया था, जबकि राज्यसभा में गृह मंत्री ने ही दिया था। ऐसे में उनकी मांग पूरी तरह से गलत थी।

    वैसे भी सरकार ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में यह नहीं कहा था कि पीएम जवाब देंगे। जो परंपरा रही है वह यह है कि मंत्रि परिषद का कोई भी वरिष्ठ सदस्य जिसे पीएम अधिकृत करें, वह जवाब दे सकता है।