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    'ट्रस्टेड ऑर्केस्ट्रा की तरह चला ऑपरेशन सिंदूर', आर्मी चीफ ने बताया सेना का पूरा प्लान

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 10:35 PM (IST)

    सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर को एक 'ट्रस्टेड ऑर्केस्ट्रा' बताया, जिसमें तालमेल से 22 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सालों की तैयारी और तकनीक का नतीजा थी। उन्होंने छात्रों को बदलते समय में सीखने और आगे बढ़ने का संदेश दिया, साथ ही नेतृत्व के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

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    आर्मी चीफ ने बताया सेना का पूरा प्लान (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर एक ‘ट्रस्टेड ऑर्केस्ट्रा’ की तरह था, जहां हर सैनिक और हर टीम ने एक साथ मिलकर काम किया। इसी तालमेल की वजह से भारत ने 22 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए।

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    दिल्ली के NDIM में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन अचानक लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि सालों की तैयारी, भरोसे और तकनीक के इस्तेमाल से बना हुआ एक प्लान था, जिसने असली समय में काम किया।

    भारत ने यह सैन्य कार्रवाई 7 मई की सुबह शुरू की थी, जिसमें पाकिस्तान और पीओके (PoK) में मौजूद कई आतंकी ढांचों को नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की और भारत ने सभी जवाबी कदम इसी ऑपरेशन के तहत लिए। 88 घंटे तक चले संघर्ष का अंत 10 मई की शाम दोनों देशों के समझौते के बाद हुआ।

    ‘ट्रस्टेड ऑर्केस्ट्रा’ की तरह चला पूरा ऑपरेशन

    सेना प्रमुख ने कहा, "22 मिनट में 9 टारगेट खत्म कर पाना तभी संभव था, क्योंकि हमारी टीम ने पहले ही हर स्थिति की कल्पना कर ली थी। असली समय में फैसले लेने का मौका ही नहीं था, इसलिए पूरी टीम पर भरोसा ही हमारी ताकत बनी।"

    उन्होंने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि दुनिया लगातार बदल रही है- बाजार, तकनीक और लोगों की महत्वाकांक्षाएं सब बदलते रहते हैं। इसलिए सीखने का साहस, बदलने की क्षमता और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ना ही सफलता की कुंजी है।

    ‘6Cs’ का फॉर्मूला

    जनरल द्विवेदी ने कहा कि आज दुनिया में 55 से ज्यादा संघर्ष चल रहे हैं, जिनमें 100 से अधिक देश सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे जंग और शांति की सीमाएं धुंधली हुईं, वैसे ही बाजार भी बदल गए। उन्होंने एक नया फ्रेमवर्क ‘6Cs’ बताया- सहयोग, सहभागिता, सह-अस्तित्व, प्रतिस्पर्धा, संघर्ष और टकराव। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रणनीतियों में इन छह तत्वों की भूमिका बहुत अहम होगी।

    आर्मी चीफ ने बताया कि तकनीक ने सेना को पूरी तरह बदल दिया है, राइफलों से ड्रोन तक, खाइयों से नेटवर्क तक, सैनिकों से रोबोट तक। उन्होंने कहा कि जिस समय वह सेना में शामिल हुए थे, तब कंप्यूटर भी सेना में नहीं थे और आज भारतीय सेना AI और डेटा साइंस का इस्तेमाल कर रही है।

    उन्होंने बताया कि सेना तेजी से आधुनिकीकरण कर रही है-

    • तीनों सेनाओं (थल, नौसेना, वायुसेना) के साथ और ज्यादा संयुक्त काम
    • आधुनिक हथियारों और तकनीक पर जोर
    • मानव संसाधन व्यवस्था में सुधार
    • कामकाज की प्रक्रियाओं को और बेहतर बनाना

    जनरल द्विवेदी ने कहा कि वह करीब 1.3 करोड़ सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के समुदाय का नेतृत्व कर रहे हैं, जो भारत की आबादी का लगभग एक प्रतिशत है। उन्होंने कहा, "कॉर्पोरेट में लोग कुछ सौ रिज्यूमे संभालते हैं, हम लाखों ऐसी जिंदगियां संभालते हैं जो एक आदेश पर गोलियों के बीच जा सकती हैं।"

    उन्होंने छात्रों को बताया कि नेतृत्व का असली मतलब भरोसा हैचाहे युद्धभूमि हो या बोर्डरूम। उन्होंने 1971 के युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने उस समय के संकट को एक अवसर में बदलकर पूरे उपमहाद्वीप की दिशा बदल दी थी। उन्होंने कहा कि अच्छा नेता वही होता है जो नियंत्रण और काम सौंपने (डेलिगेशन) के बीच सही संतुलन बनाए और हर परिणाम की जिम्मेदारी भी ले।

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