जब बीएसएफ के SI ने भरी थी हुंकार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बलिदान हुए थे एसआई मोहम्मद इम्तियाज, मरणोप्रांत वीर चक्र से सम्मानित
बीएसएफ के एसआई मोहम्मद इम्तियाज को ऑपरेशन सिंदूर में अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने घायल होने पर भी जवानों का हौसला बढ़ाया और पाकिस्तानी ड्रोन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया। कांस्टेबल दीपक चिंगखम को भी मरणोपरांत वीर चक्र मिला। ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू को भी वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

शहीद SI इम्तियाज को मरणोपरांत वीर चक्र सम्मान (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीएसएफ के एसआइ मोहम्मद इम्तियाज ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद अपने जवानों में जोश भरा था और कहा था, 'जवानों आज खत्म कर दो इनको।' उप-निरीक्षक इम्तियाज ने इस आपरेशन के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया था।एसआइ इम्तियाज और सातवीं सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) बटालियन के कांस्टेबल दीपक चिंगखम को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। चार अक्टूबर को जारी एक सरकारी गजट में जम्मू के बार्डर आउटपोस्ट (बीओपी) खारकोला में 10 मई को किए गए उनके साहसी कार्य की कहानी का उल्लेख किया गया है।
यह पदक स्वतंत्रता दिवस पर घोषित किया गया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आपरेशन ¨सदूर के तहत सात मई को पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद संघर्ष भड़क गया था और पाकिस्तान की मांग पर दस मई को संघर्ष विराम हुआ था। बीएसएफ के इस पोस्ट को मोर्टार और ड्रोन से निशाना बनाया जा रहा था।
उप-निरीक्षक इम्तियाज ने एलएमजी का उपयोग करके एक ड्रोन को मार गिराया था। कांस्टेबल ¨चगखम ने अपनी एलएमजी से दूसरे ड्रोन पर हमला किया। इसके बाद सीमा पार से दागा गया एक मोर्टार गोला आकर फटा, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
ग्रुप कैप्टन रणजीत को वीर चक्र पुरस्कार
वायुसेना में लड़ाकू विमान के पायलट ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी वीरता के लिए एक प्रतिष्ठित सैन्य पुरस्कार मिला है। उन्होंने काफी अंदर तक कई हमलावर अभियानों को अंजाम दिया था। उन्हें हाल ही में वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।