ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की तारीख तय, इन दिन लोकसभा और राज्यसभा में होगी बहस; सरकार की तरफ से कौन देगा जवाब?
संसद में विपक्ष का हंगामा जारी रहने के बावजूद ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्ष में सहमति बन गई है। लोकसभा में 28 जुलाई और राज्यसभा में 29 जुलाई से इस पर चर्चा शुरू हो सकती है। दोनों सदनों में इस पर 16-16 घंटे की चर्चा होगी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग को लेकर भले ही संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर दोनों सदनों में चर्चा को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति बन गई है। यह चर्चा अगले सप्ताह होगी।
यदि कोई व्यवधान नहीं आया तो लोकसभा में 28 जुलाई यानी सोमवार से और राज्यसभा में 29 जुलाई यानी मंगलवार से इस पर चर्चा शुरू हो सकती है। दोनों सदनों में इस पर 16-16 घंटे की चर्चा कराने को लेकर सहमति बनी है।
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में दिया गया अंतिम रूप
ऑपरेशन सिंदूर व पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के लिए विपक्ष की ओर से मांग उठाने के पहले दिन ही सरकार इसके लिए तैयार हो गई थी। हालांकि, इसके बाद विपक्ष की ओर से बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा दिए जाने से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए दिन व समय नहीं निर्धारित हो पाया।
हालांकि, दोनों सदनों की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया गया है। राज्यसभा की बुधवार को हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में इस पर सहमति बनी है। यह बात अलग है कि विपक्ष की ओर से इस चर्चा में पीएम की मौजूदगी और उनके बोलने की मांग की जा रही है। हालांकि बैठक में सत्ता पक्ष ने इसको लेकर कोई आश्वासन नहीं दिया है।
सूत्रों की मानें तो ज्यादा संभावना है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोनों सदनों में चर्चा पर जवाब देंगे। बताया जा रहा है कि उन्होंने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। हाल ही में उन्होंने सीडीएस सहित तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ मुलाकात भी की है। वहीं इस चर्चा में हिस्सा लेने के लिए सत्ता पक्ष व विपक्ष ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। दोनों खेमों से चर्चा में हिस्सा लेने वाले प्रमुख नेताओं को तैयार किया जा रहा है।
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