देश में हर आठ में से एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर की आशंका, समय-समय पर जांच जरूरी
भारत में हर आठ में से एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर की आशंका रहती है। लाइफ स्टाइल में आए परिवर्तन को इसकी मुख्य वजह माना जा सकता है।
इंदौर (नईदुनिया)। पहले अमूमन 45 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका अधिक होती थी, लेकिन अब 25 से 35 साल में भी इस बीमारी के अधिक मरीज मिल रहे हैं। भारत में हर आठ में से एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर की आशंका रहती है। लाइफ स्टाइल में आए परिवर्तन को इसकी मुख्य वजह माना जा सकता है। इसके कारणों व समय-समय पर जांच करवाकर इससे बचा जा सकता है।
यह बात फेडरेशन ऑफ गायनिक सोसायटी ऑफ इंडिया की अध्यक्ष डॉ. राजदीप मल्होत्रा ने मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के पहले दिन शनिवार को कही। उन्होंने बताया कि खानपान के असंतुलन, किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन, रेडिएशन, सब्जियों में रासायनिक खाद का प्रयोग या अनुवांशिक कारणों से भी कैंसर हो सकता है। यहां तक कि मुंह साफ नहीं करने से भी ब्रेस्ट कैंसर की आशंका बढ़ सकती है। आज के समय में लगातार कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए इसका समय पर पता लगाया जाना आवश्यक है।
डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर साइलेंट किलर है। इसके देर से पता चलना मौत का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए महिलाओं को साल में एक या दो बार जांच कराना जरूरी है। यहां मौजूद अन्य डॉक्टरों ने भी ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ी समस्याओं व उनके निदान की जानकारी दी।