कश्मीर की हालात पर बोले उमर, पाकिस्तान को कब तक देते रहेंगे दोष
कश्मीर के मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के विपक्ष के नेता राष्ट्रपति से मिले और वहां के मौजूदा हालात की जानकारी दी।
नई दिल्ली। आतंकी बुरहान वानी के सफाए के बाद घाटी पिछले 43 दिन से अशांत है। श्रीनगर में कर्फ्यू जारी है। इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस काम को सरकार को करना चाहिए उसे विपक्ष कर रहा है। कश्मीर में आग अपनों की नाकामियों से लगी है। उसके लिए किसी और को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं होगा।
उमर ने कहा कि ये सच है कि आग में घी डालने का काम अलगाववादी करते हैं। लेकिन ये समझने की जरूरत है कि कश्मीर अशांत क्यों है। उमर ने कहा कि पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में दुनिया जानती है। ये सरकार की जिम्मेदारी है कि वो आतंक के प्रायोजक का सामना करे। लेकिन जिस तरह से कश्मीर में युवाओं को निशाना बनाया जा रहा है, वो चिंता का विषय है।
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वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार को सिर्फ कश्मीर की जमीन से मतलब नहीं है। सरकार आम कश्मीरियों से प्यार कर सकती है। सरकार की स्पष्ट सोच है कि युवाओं के हाथ में बंदूक और पत्थर की जगह कलम, किताब और कंप्यूटर होना चाहिए।