Nepal China Relation : नेपाल में दो किलोमीटर भीतर अंदर घुसा चीन, दोस्त बनकर पीठ में छुरा घोंपा
नेपाल के कर्णाली प्रदेश का हुमला जिला चीन सीमा से लगा अति दुर्गम क्षेत्र है। जानकारी के अनुसार हुमला जिले में चीन दस साल से सक्रिय था। इस बीच उसने नाम्खा गांव पालिका के लाप्चा गांव में दो किमी अंदर घुसकर 9 मकान बना लिए हैं।

पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता। भारत के प्रति नेपाल को उकसाकर सीमा विवाद को तूल देने वाले चीन ने अब उसके ही पीठ में छुरा घोंप दिया है। नेपाल के हुमला जिले में चीन ने दो किमी भीतर घुसकर स्थायी निर्माण कर लिया है। इतना ही नहीं चीनी सैनिकों ने नेपाल का पिलर नंबर 11 भी उखाड़ दिया है। नेपाल से मिली जानकारी के अनुसार, हुमला जिले में चीन दस साल से सक्रिय था। इस बीच उसने नाम्खा गांव पालिका के छह नंबर वार्ड लिमी के लाप्चा गांव में दो किमी अंदर घुस कर एक साथ नौ मकान बना लिए हैं।
नाम्खा गांव पालिका के अध्यक्ष विष्णु बहादुर लामा ने बताया कि चीन ने नेपाली सरकार की अनुमति के बिना ही उनकी गांव की सीमा में दखल देते हुए भवन निर्माण कर किया है। लामा ने बताया कि वर्ष 2010 में लिमी से लाप्चा तक सड़क निर्माण के समय ही चीन ने तीन मकान बना दिए थे। अब चीनी सैनिकों ने नए निर्माण किए हैं और नेपाली नागरिकों को धमकाकर लौटा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन के साथ ही नेपाल सरकार को भी दे दी गई है।
चीनी अतिक्रमण की जांच के लिए गठित की टीम
हुमला के जिलाधिकारी चिरंजीवी गिरी ने चीनी अतिक्रमण की जांच के लिए संयुक्त टीम गठित कर दी है। इसमें वह खुद और नेपाली सेना के अधिकारी, नेपाल पुलिस, नेपाली सशस्त्र बल, नेपाल खुफिया विभाग और गांव पालिका के अध्यक्ष शामिल हैं। टीम रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजेगी।
नेपाल का दुर्गम क्षेत्र
नेपाल के कर्णाली प्रदेश का हुमला जिला चीन सीमा से लगा अति दुर्गम क्षेत्र है। यहां के लोग शारीरिक रूप से बेहद मजबूत होते हैं। यहां के घोड़े विशेष माने जाते हैं। नवंबर में भारत-नेपाल सीमा पर जौलजीबी में लगने वाले मेले में हुमला के घोड़े बिकने आते हैं। इनकी भारत में विशेष मांग रहती है।

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