गुजरात में 6 साल की बच्ची के साथ निर्भया जैसी घटना, रेप की कोशिश के बाद प्राइवेट पार्ट्स में रॉड डाली
दाहोद जिले का एक मजदूर परिवार अटकोट पुलिस स्टेशन के पास एक गांव में खेत में काम कर रहा था। 4 दिसंबर को उनकी छह साल आठ महीने की बेटी पास में खेल रही थी ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रस्तिकरण के लिए किया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के राजकोट जिले के अटकोट में निर्भया केस जैसी ही एक घटना हुई है। आरोपी ने छह साल की बच्ची के साथ रेप करने की कोशिश की। जब वह इसमें नाकाम रहा तो उसने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स में रॉड डाल दी। बच्ची को राजकोट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने आरोपी की पहचान करने के लिए लगभग 100 संदिग्धों से पूछताछ की। बाद में रामसिंह टेरसिंग के रूप में पहचान हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मध्य प्रदेश के अलीराजपुर का रहने वाला है।
लड़की को किया अगवा
दाहोद जिले का एक मजदूर परिवार अटकोट पुलिस स्टेशन के पास एक गांव में खेत में काम कर रहा था। 4 दिसंबर को उनकी छह साल आठ महीने की बेटी पास में खेल रही थी। इसी बीच, एक अनजान आदमी लड़की को अगवा करके ले गया और उसके साथ बेरहमी से मारपीट की।
आरोपी ने लड़की का मुंह बंद करके उसके साथ रेप करने की कोशिश की। जब लड़की चिल्लाई, तो उसने उसके प्राइवेट पार्ट्स में एक नुकीली रॉड जैसा हथियार डाल दिया। अपराध करने के बाद, आरोपी लड़की को खून बहता हुआ छोड़कर भाग गया।
लड़की का अस्पताल में चल रहा इलाज
जब परिवार ने लड़की को ढूंढना शुरू किया तो वह उन्हें पास में ही खून से लथपथ मिली। उसकी गंभीर हालत देखकर परिवार तुरंत उसे राजकोट के एक अस्पताल ले गया। लड़की का अभी इलाज चल रहा है।
पुलिस ने क्या कहा?
राजकोट ग्रामीण एसपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया कि पुलिस ने करीब 10 टीमें बनाईं और आरोपी की तलाश शुरू की। करीब 100 संदिग्धों से पूछताछ की गई। फिर, एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट के साथ करीब 10 आरोपियों को लड़की के सामने पेश किया गया, जहां लड़की ने मुख्य आरोपी, 30 साल के राम सिंह टेरसिंग को पहचान लिया।
आरोपी गुजरात के अटकोट में राजमिस्त्री का काम करता है। उसकी एक बेटी और दो बेटे हैं। उसे घटना वाली जगह के पास के एक खेत से गिरफ्तार किया गया।
क्या है निर्भया मामला?
16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में छह लोगों ने निर्भया का गैंगरेप किया। उसके प्राइवेट पार्ट्स में एक लोहे की रॉड डाली गई थी। जब निर्भया की हालत बिगड़ने लगी, तो उसे 27 दिसंबर को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां 29 दिसंबर को माउंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई।

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