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    एनआइए का दावा, सचिन वझे तो बस एक मोहरा, 'बड़े खिलाड़ियों' के इशारों पर कर रहा था काम, मिले सुबूत

    By Krishna Bihari SinghEdited By:
    Updated: Thu, 18 Mar 2021 07:02 AM (IST)

    एनआइए का दावा है कि मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो बरामद होने के मामले में कई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं जिनके इशारे पर सचिन ...और पढ़ें

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    मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो बरामद होने के मामले कई जानकारियां सामने आई हैं...

    नई दिल्ली, पीटीआइ। मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो बरामद होने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का दावा है कि इस मामले में कई 'बड़े खिलाड़ी' शामिल हैं। इनके इशारे पर ही सचिन वझे काम कर रहा था। वझे को एनआइए ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। एनआइए की जांच में इस बात की पुष्टि हो गई है कि विस्फोटक लदी स्कार्पियो के पास पीपीई पहने जिस व्यक्ति के होने की बात कही जा रही थी वह वझे ही था। 

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    सचिन वझे तो एक मोहरा

    जांच एजेंसियों को गुमराह करने के मकसद से उसने पीपीई किट के नीचे ढीला कुर्ता-पाजामा पहन रखा था। उसने सिर पर रुमाल भी बंधा था। एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि इस मामले में कई बड़े लोगों के शामिल होने के सुबूत मिले हैं। सचिन वझे तो एक मोहरा है। वह इन शातिर खिलाडि़यों के निर्देश पर काम कर रहा था। इनमें से कुछ लोगों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।बुधवार शाम एनआइए की एक टीम वझे को दक्षिण मुंबई के बाबुलनाथ इलाके में ले गई। बाद में उसे माहिम की खाड़ी के पास भी ले जाया गया।

    हिरासत में तहसीन अख्तर

    एनआइए के अनुसार टेलीग्राम एप पर पोस्ट किए गए आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद के एक पत्र में फिरौती मांगने और घटना की जिम्मेदारी लेने की भी जांच की जाएगी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहले ही इंडियन मुजाहिदीन के एक साथी तहसीन अख्तर को हिरासत में ले लिया है, जो बम बनाने में माहिर है।

    वझे ही अंबानी के घर के पास खड़ी करने गया था कार 

    एनआइए ने बताया कि घटना वाले दिन वझे ही अपनी सरकारी इनोवा गाड़ी के साथ विस्फोटक लदी स्कार्पियो को मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ी कराने गया था। एनआइए इस इनोवा को बरामद कर चुकी है। इसके साथ ही मंगलवार को एनआइए ने वझे द्वारा इस्तेमाल की जा रही एक मर्सिडीज भी बरामद की है। इस तरह स्कार्पियो समेत तीन कारें एनआइए जब्त कर चुकी है। उसे अभी एक और मर्सिडीज और स्कोडा की तलाश है।

    पूरी साजिश को सुलझाया

    एनआइए के अधिकारियों ने बताया कि अख्तर से पूछताछ करने और टेलीग्राम एप पर धमकी भरा पत्र पोस्ट करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल को जब्त करने के बाद कुछ ठोस सुबूत जुटाए गए हैं। वजे से जल्द ही इन सुबूतों के आधार पर पूछताछ होगी। अधिकारियों ने कहा कि यह मामला लगभग खुल गया और जल्द ही इसके पीछे की पूरी साजिश को सुलझा लिया जाएगा।

    बरामद की इनोवा

    एनआइए ने बताया कि घटना वाले दिन वझे ही अपनी सरकारी इनोवा गाड़ी के साथ विस्फोटक लदी स्कार्पियो को मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ी कराने गया था। एनआइए इस इनोवा को बरामद कर चुकी है। इसके साथ ही मंगलवार को एनआइए ने वझे द्वारा इस्तेमाल की जा रही एक मर्सिडीज भी बरामद की है। इस मर्सिडीज में पांच लाख की नकदी, एक नोट गिनने की मशीन और दो फर्जी नंबर प्लेट मिली थीं। एनआइए के अधिकारियों ने बताया कि मर्सिडीज के असली मालिक से भी पूछताछ की जाएगी।

    लैपटाप का डाटा किया डिलीट, मोबाइल फोन फेंका

    एनआइए ने वझे के दफ्तर से जो लैपटाप जब्त किया था उसमें उसे कोई डाटा नहीं मिला। सारा डाटा डिलीट किया जा चुका था। इसके अलावा वझे ने अपना मोबाइल फोन भी एनआइए को मुहैया नहीं कराया। पूछताछ में उसने मोबाइल फोन गुम होने की बात कही है। जानकारों का मानना है कि सुबूत मिटाने के क्रम में वझे ने जानबूझकर अपना मोबाइल फोन कहीं फेंक दिया या नष्ट कर दिया।

    वझे के सहकर्मी काजी से लगातार चौथे दिन पूछताछ

    एनआइए ने सचिन वझे के साथी रियाजुद्दीन काजी से बुधवार को लगातार चौथे दिन पूछताछ जारी रखी। काजी वझे की यूनिट में ही असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (एपीआइ) है और वारदात के बाद सुबूत मिटाने में सचिन की मदद कर रहा था। एनआइए के अधिकारियों ने बताया कि काजी के अलावा एक और एपीआइ प्रकाश होवल को भी दोपहर बाद पूछताछ के लिए बुलाया गया। इन दोनों से महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।

    काजी ने फर्जी नंबर प्लेट का किया था इंतजाम

    एनआइए सूत्रों के अनुसार वारदात में इस्तेमाल स्कार्पियो, चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद 24 फरवरी तक वझे की सोसायटी में ही खड़ी रखी गई थी। इस सोसायटी के सीसीटीवी का डिजिटल वीडियो रिकार्ड में पाया गया है कि काजी ही वर्दी की धौंस दिखाकर ले गया। इसके लिए उसने अपने हस्ताक्षर से जारी पत्र का इस्तेमाल किया। यह भी बताया गया कि काजी ने ही वझे की इनोवा के लिए फर्जी नंबर प्लेट का प्रबंध किया।

    मनसुख मामले की जांच अपने हाथ में ले सकती है एनआइए

    एनआइए मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जांच भी अपने हाथ में ले सकती है। मनसुख मामले की जांच फिलहाल महाराष्ट्र एटीएस कर रही है जबकि मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने के मामले की जांच एनआइए के जिम्‍मे है। मनसुख की पत्नी ने इस मामले में वझे पर गंभीर आरोप लगाए थे। भाजपा की ओर से मुद्दा उठाए जाने और मामले के तूल पकड़ने पर मनसुख केस की जांच एटीएस के हवाले कर दी गई थी।