चिली-पेरू के साथ व्यापार समझौते पर अगले दौर की वार्ता अगस्त में, भारत की नजर खनिजों पर
भारत और दो दक्षिण अमेरिकी देशों चिली और पेरू के बीच प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौतों पर अगले दौर की बातचीत अगस्त में होगी। दोनों देशों के साथ समझौतों पर अलग-अलग बातचीत चल रही है। भारत मुक्त व्यापार समझौता वार्ता के हिस्से के रूप में महत्वपूर्ण खनिजों को सुरक्षित करने के लिए चिली और पेरू के साथ चर्चा कर रहा है।

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत और दो दक्षिण अमेरिकी देशों चिली और पेरू के बीच प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौतों पर अगले दौर की बातचीत अगस्त में होगी। दोनों देशों के साथ समझौतों पर अलग-अलग बातचीत चल रही है।
भारत-चिली के बीच दूसरे दौर की बातचीत होगी
एक अधिकारी ने बताया कि भारत-चिली के बीच दूसरे दौर की बातचीत होगी, जबकि भारत-पेरू के बीच आठवें दौर की बातचीत होगी। भारत और चिली ने प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर पहले दौर की बातचीत मई में की थी। भारत मुक्त व्यापार समझौता वार्ता के हिस्से के रूप में महत्वपूर्ण खनिजों को सुरक्षित करने के लिए चिली और पेरू के साथ चर्चा कर रहा है।
दोनों देशों ने 2006 में एक व्यापार समझौता किया था और अब एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के लिए इसके दायरे को बढ़ाने पर बातचीत कर रहे हैं। दक्षिणी अमेरिकी देशों में चिली भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा पेरू
दूसरी ओर, पेरू दक्षिणी अमेरिकी और कैरिबियाई क्षेत्रों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा है। 2024-25 के दौरान, पेरू को भारत का निर्यात लगभग नौ प्रतिशत बढ़कर एक अरब डॉलर हो गया। जबकि आयात 60 प्रतिशत बढ़कर 4.98 अरब डॉलर हो गया।
अमेरिका ने जमैका, क्यूबा और अन्य देशों के अवैध प्रवासियों को एस्वातिनी निर्वासित किया
अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे पांच प्रवासियों को अफ्रीकी देश एस्वातिनी निर्वासित कर दिया है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग के अनुसार उन्हें बर्बर अपराधी माना गया है। यह ट्रंप प्रशासन के गोपनीय तीसरे देश निर्वासन कार्यक्रम का विस्तार है।
अमेरिका पहले ही आठ लोगों को एक अन्य अफ्रीकी देश दक्षिण सूडान निर्वासित कर चुका है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने लोगों को उन देशों में भेजने पर लगे प्रतिबंध हटा दिए हैं जिनसे उनका कोई संबंध नहीं है। दक्षिण सूडानी सरकार ने लगभग दो हफ्ते पहले हिरासत में लिए गए इन लोगों के बारे में बताने से इन्कार कर दिया है।
एस्वातिनी भेजे गए पांच लोग एक विमान से पहुंचे थे
होमलैंड सिक्योरिटी की सहायक सचिव ट्रिशिया मैकलाघलिन ने कहा कि एस्वातिनी भेजे गए पांच लोग एक विमान से पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कब और कहां पहुंचे। ये वियतनाम, जमैका, क्यूबा, यमन और लाओस के नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि वे सभी दोषी अपराधी थे और इतने बर्बर थे कि उनके गृह देशों ने उन्हें वापस लेने से इन्कार कर दिया।
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