असम में नया सैन्य अड्डा बढ़ाएगा भारतीय सेना की ताकत, 1,500 जवानों की तैनाती
भारतीय सेना असम में एक नया सैन्य अड्डा स्थापित करने जा रही है, जहाँ लगभग 1,500 जवानों की तैनाती होगी। यह कदम राज्य में सेना की ताकत को बढ़ाएगा और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे असम में भारतीय सेना की सैन्य क्षमता में वृद्धि होगी।

असम में नया सैन्य अड्डा सीमा। (जागरण)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम के धुबरी के बामुनीगांव में भारतीय सेना द्वारा लाचित बोरफुकन सैन्य अड्डा स्थापित किया जा रहा है। यह बांग्लादेश सीमा से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित होगा। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि तेजपुर स्थित 4 कोर के अंतर्गत नए सैन्य स्टेशन में 1,200-1,500 कर्मियों के रहने की व्यवस्था होगी। वहां एक पैरा-कमांडो यूनिट भी तैनात की जाएगी।
पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी ने पिछले हफ्ते इसकी आधारशिला रखी थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की सुविधा सीमा सुरक्षा को बढ़ावा देगी और संबंधित अधिकारियों को खुफिया जानकारी बढ़ाने में मदद करेगी।
सीमा पार अपराधों में वृद्धि, कट्टरपंथी समूहों की गतिविधियों और बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार द्वारा चिकन नेक कारिडोर पर दबाव बनाने के कथित प्रयासों की आशंकाओं के बीच यह सैन्य अड्डा विशेष महत्व रखता है।
ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बोरठाकुर ने कहा, ''बांग्लादेश में कार्यवाहक सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत के प्रति उनका रवैया बेहद कठोर हो गया है। पाकिस्तान के साथ उनकी सांठगांठ भी है। पाकिस्तान से राजनेताओं और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों की लगातार उच्च-स्तरीय यात्राएं बेहद चिंताजनक हैं।''
ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) रंजीत कुमार बोरठाकुर ने कहा, ''बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के कारण कैंप की स्थापना का निर्णय स्वागत योग्य है। सबसे नजदीकी सैन्य स्टेशन पहले बंगाल के कूच बिहार और असम के तामुलपुर में थे। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बेस के महत्व पर जोर दिया और कहा कि यह क्षेत्र में भारतीय सेना की परिचालन क्षमताओं और बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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