ISI के इशारे पर आतंकी संगठनों ने बनाई 200 लोगों की हिटलिस्ट, जानें कौन-कौन हैं शामिल
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और खिसकते जनसमर्थन के मद्देनजर आतंकी अब निर्दोष लोगों का खून बहा रहे हैं ताकि अपनी उपस्थिति साबित कर सकें। बताया जा रहा है कि ऐसे 200 लोगों की सूची बनाई गई है।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। कश्मीर में आतंकी आम लोगों को निशाना बनाकर दहशत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। खासकर गैर मुस्लिमों और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और खिसकते जनसमर्थन के मद्देनजर आतंकी अब निर्दोष लोगों का खून बहा रहे हैं ताकि अपनी उपस्थिति साबित कर सकें। बताया जा रहा है कि ऐसे 200 लोगों की सूची बनाई गई है। इनमें सरकार के करीबी, मीडियाकर्मी, कश्मीरी पंडित और सुरक्षा बलों के संपर्क में रहने वाले लोग हैं। गैर मुस्लिमों और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया जा रहा है।
आतंकी संगठनों का मुखौटा बदलने का प्रयास
बताया जा रहा है कि आइएसआइ के इशारे पर यह साजिश रची गई है। आइएसआइ आतंकी संगठनों का मुखौटा बदलने का भी प्रयास कर रही है और इसी के तहत कई नए संगठन पिछले एक-डेढ़ साल में पैदा किए गए हैं। इन आतंकियों को आम लोगों को निशाना बनाने का लक्ष्य दिया गया है ताकि दहशत फैलाई जा सके। पिछले वर्ष इसी अंदाज में लश्कर का नया संगठन द रजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) शुरू किया गया था। इस संगठन ने लगातार नागरिक हत्याओं को अंजाम दिया। इसी सीरीज में एक संगठन गिलानी के नाम पर बनाया गया है।
रडार पर सरकार के करीबी
सूत्रों के अनुसार, आतंकी ऐसे लोगों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं जो सरकार के करीबी हैं। इसके अलावा आरएसएस और भाजपा से जुडे़ लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है। वहीं, अन्य राज्य के लोगों को भी बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि आतंकी समूह इनकी हत्याओं के लिए ऐसे लोगों का इस्तेमाल करेगी जो अब तक सुरक्षाबलों की नजर से दूर हैं और जमीनी कार्यकर्ताओं के रूप में काम करते हैं क्योंकि इससे इन हत्याओं को सामान्य और पूरी तरह से स्वदेशी गतिविधि के तौर पर देखा जाएगा। बता दें कि पिछले साल ISI ने लश्कर के लिए द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) नामक एक संगठन बनाया था। अब यही संगठन कश्मीर में अधिकांश हमलों का दावा करता है।