महिला रोगी के मस्तिष्क से निकाला गया 9 सेंटीमीटर बड़ा ट्यूमर, न्यूरो सर्जन डॉ. एआर गौरी ने की जटिल सर्जरी
मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर में 29 वर्षीय महिला के मस्तिष्क से 9 सेंटीमीटर का मेनिंजियोमा ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला गया। डॉ. ए. आर. गौरी ने 7 घंटे की जटिल सर्जरी की, जिसके बाद मरीज 48 घंटे में ठीक होने लगी और पांचवें दिन उसे छुट्टी दे दी गई। यह उपचार राज्य कर्मचारी बीमा निगम योजना के तहत निःशुल्क हुआ। मरीज ने अस्पताल की टीम का आभार व्यक्त किया।

महिला रोगी के मस्तिष्क से निकाला गया 9 सेंटीमीटर बड़ा ट्यूमर (फोटो सोर्स- जेएनएन)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर में 29 वर्षीय महिला रोगी के मस्तिष्क से 9 सेंटीमीटर बड़ा मेनिंजियोमा ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला गया। यह ट्यूमर मस्तिष्क के दायीं ओर दो-तिहाई हिस्से तक फैला हुआ था। सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ. ए. आर. गौरी ने करीब 7 घंटे चली इस जटिल सर्जरी को अंजाम दिया। सर्जरी के 48 घंटे के भीतर ही रोगी को आराम मिल गया और पांचवें दिन उसे घर भेज दिया गया।
सिर दर्द, चक्कर और बायीं तरफ कमजोरी के साथ पहुंची थी मरीज
डॉ. गौरी ने बताया कि महिला रोगी सिरदर्द, चक्कर और शरीर के बाएं हिस्से में कमजोरी (पक्षाघात) की शिकायत लेकर अस्पताल आई थी। जांच में मस्तिष्क के दायीं तरफ 8–9 सेंटीमीटर का मेनिंजियोमा ट्यूमर पाया गया। यह ट्यूमर मस्तिष्क के ऊतकों पर दबाव डाल रहा था, जिससे मरीज को कमजोरी महसूस हो रही थी। समय रहते सर्जरी नहीं करने पर दौरे आने और जान का खतरा बढ़ सकता था।
क्या है मेनिंगियोमा ट्यूमर
मेनिंगियोमा ट्यूमर मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को ढकने वाली झिल्लियों (मेनिन्जेस) से विकसित होता है। यह आमतौर पर एक गांठ होती है जो कैंसर की नहीं होती। गांठ धीरे-धीरे बढ़ती है। लेकिन जब यह मस्तिष्क या नसों पर दबाव डालती है, तो सिरदर्द, चक्कर, दौरे, स्मृति और दृष्टि संबंधी परेशानियां उत्पन्न होने लगती है। मात्र 29 वर्ष की आयु में इस गांठ का विकसित होना अत्यंत दुर्लभ और गंभीर माना जाता है।
सफल सर्जरी के बाद तेज़ी से रिकवरी
करीब सात घंटे चली सर्जरी के बाद मरीज को अगले ही दिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। सभी ट्यूब और सपोर्ट सिस्टम हटाने के बाद तीसरे दिन वह अपने दैनिक कार्य करने लगी। पांचवें दिन उसे पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज कर दिया गया। खास बात रही कि महिला रोगी का यह उपचार सरकार की योजना राज्य कर्मचारी बीमा निगम अन्तर्गत बिना पैसा खर्च हुए नि:शुल्क हो गया।
मरीज ने जताया आभार
डिस्चार्ज के समय महिला और उसके पति ने डॉ. ए. आर. गौरी एवं मित्तल हॉस्पिटल की पूरी मेडिकल टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यहां की टीम भावना, नर्सिंग स्टाफ की सेवा और उपचार की गुणवत्ता उत्कृष्ट रही।
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