Attention Please! बिना पंजीकरण भारत में काम नहीं करेगा नेपाल दूरसंचार का सिम
नेपाल दूरसंचार ने नियमों में बदलाव किया है। नए नियम के तहत भारतीय लोगों को नेपाल जाकर पंजीकरण कराना होगा। नेपाल सीमा से लगे भारतीय भू-भाग में नेपाली सिम का उपयोग करने वाले भारतीय नए सेट में नेपाली सिम का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
पिथौरागढ़, प्रमोद भट्ट। भारत के मोबाइल फोन पर नेपाली सिम ने शुक्रवार से काम करना बंद कर दिया है। भारतीय मोबाइलों में नेपाली सिम चालू रखने के लिए अब नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण प्रणाली (एमडीएमएस) की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना आवश्यक होगा। नेपाल दूरसंचार विभाग ने आज शुक्रवार से अपने नियमों में बदलाव कर दिया है। नए नियम के बाद नेपाल सीमा से लगे संचार विहीन भारतीय क्षेत्र में नेपाली सिम का प्रयोग करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए भी संकट पैदा हो गया है।
ऐसे काम करेगी सिम
भारतीय मोबाइल धारकों को अब नेपाल की सिम चलाने के लिए भंसार (कस्टम) कार्यालय से अनुमति पत्र लेकर नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण प्रणाली की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा तभी सिम कार्य करेगी। नेपाल के महाकाली भंसार झूलाघाट के प्रमुख अनिल झा ने बताया कि शुक्रवार से यह नियम लागू हो चुका है। विदेश से आने वालों के मोबाइल के 15 अंकों के आईएमईआई नंबर से भंसार कार्यालय से अनुमति पत्र लेना होगा। साथ ही अपना पहचान पत्र, राष्ट्रीय पहचान पत्र, नागरिकता प्रमाण पत्र के साथ नेपाल के दूरसंचार प्राधिकरण प्रणाली (एमडीएमएस) की वेबसाइट में स्वयं पंजीकरण करना होगा तब नेपाली सिम काम करेगी। यदि उपभोक्ता इस प्रक्रिया को पूरा नहीं करता है तो उसके मोबाइल में मात्र 15 दिन तक ही नेपाली सिम काम करेगी।
उन्होंने बताया भारत के मोबाइलधारकों को नेपाल दूरसंचार विभाग 15 दिनों तक मैसेज के माध्यम से पंजीकरण के लिए सूचना देता रहेगा। नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण काठमांडू के अनुसार, भंसार कार्यालय की आय वृद्धि, मोबाइल फोनों का गैरकानूनी आयात, बिक्री, अपराध पर नियंत्रण, मोबाइल सेट के खोने या चोरी होने पर ट्रैकिंग के लिए यह प्रक्रिया अपनाई गई है।
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भंसार विभाग के प्रवक्ता पुण्यप्रसाद खड़काले ने बताया विदेश से आने वालों पर कस्टम शुल्क नहीं लगेगा परंतु पंजीकरण आवश्यक होगा। यदि कोई दो मोबाइल सेट लेकर आता है तो एक पर छूट मिलेगी दूसरे पर कस्टम शुल्क देना अनिवार्य होगा।
इस नियम से नेपाल दूरसंचार को ही घाटा
इस निर्णय से नेपाल के दूरसंचार विभाग को ही घाटा होने के आसार हैं। नेपाल सीमा से लगे भारतीय भू-भाग में नेपाली सिम का उपयोग करने वाले भारतीय नए सेट में नेपाली सिम का उपयोग नहीं कर पाएंगे। इसका आर्थिक घाटा तो नेपाल दूरसंचार को होगा। दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध होने से हजारों लोग नेपाली सिम का प्रयोग करते आ रहे हैं।
नए नियम के तहत भारतीय लोगों को नेपाल जाकर पंजीकरण कराना होगा जो उनके लिए अतिरिक्त कसरत होगी। सीमा पर अधिकांश लोगों के नेपाली सिम का प्रयोग करने से भारत से करोड़ों का राजस्व नेपाल की दूरसंचार कंपनियों को जाता है।