नेपाल में आम चुनाव से पहले 10 वामपंथी दलों ने मिलकर बनाई नई पार्टी, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को देंगे चुनौती
नेपाल में सीपीएन (माओवादी सेंटर) समेत 10 वामपंथी दलों ने मिलकर नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी का गठन किया है। यह फैसला आम चुनावों से पहले लिया गया है। पार्टी का लक्ष्य भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ लड़ना है। पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' नई पार्टी के समन्वयक होंगे। पार्टी मार्क्सवाद-लेनिनवाद को अपनी विचारधारा बनाएगी। प्रचंड ने इस एकता को ऐतिहासिक बताया।

10 वामपंथी दलों का विलय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल की राजधानी काठमांडू के भृकुटीमंडप में बुधवार को राष्ट्रीय एकता सम्मेलन में सीपीएन (माओवादी सेंटर) और सीपीएन (एकीकृत समाजवादी) सहित 10 वामपंथी दलों ने बुधवार को विलय कर नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी का गठन किया।
यह घोषणा पांच मार्च को होने वाले आम चुनावों से कुछ महीने पहले की गई। इस विलय के साथ, दशक भर के उग्रवाद का नेतृत्व करने वाले माओवादी केंद्र ने अपने आधिकारिक नाम से माओवादी शब्द हटा दिया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ गठबंधन
औपचारिक एकीकरण समारोह से पहले एक भव्य जुलूस निकाला गया। यह गठबंधन देश में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और राजनीतिक अव्यवस्था के खिलाफ हाल ही में युवाओं के नेतृत्व में हुए जेन जी के विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में बनाया गया है।
एकीकृत पार्टी का नाम नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी होगा और इसका चुनाव चिन्ह पांच-नुकीला तारा होगा। सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' नई पार्टी के समन्वयक होंगे, जबकि सीपीएन (एकीकृत समाजवादी) प्रमुख माधव कुमार नेपाल सहसमन्वयक होंगे।
नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी का गठन
पार्टी मार्क्सवाद-लेनिनवाद को अपनी मार्गदर्शक विचारधारा के रूप में अपनाएगी और छह महीने के भीतर अपना राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करेगी। प्रचंड ने एकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन, पांच नवंबर, 2025, नेपाली कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज हो गया है।
आज एक-दो नहीं, बल्कि 10 वामपंथी पार्टियां एकजुट होकर एक विशाल संगठन बना रही हैं। हम सभी को इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनकर गर्व होना चाहिए। इससे न केवल नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टियों में एकता का निर्माण होगा, बल्कि अभूतपूर्व राष्ट्रीय संकट के समय राष्ट्रीय एकता का आधार भी बनेगा।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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