राजपथ पर रोमांच पैदा करेंगे राफेल, सुखोई, जगुआर, मिग समेत 75 लड़ाकू विमान, यादगार बनेगी गणतंत्र दिवस परेड
आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में 75 लड़ाकू विमान राजपथ पर उड़ान भरते हुए देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा होने के जश्न को यादगार बनाएंगे। जाहिर है गणतंत्र दिवस परेड बेहद भव्य होने वाली है....
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित इस बार की गणतंत्र दिवस परेड सबसे भव्य ही नहीं, सबसे बड़ी भी होगी। इसमें 75 लड़ाकू विमान राजपथ पर उड़ान भरते हुए देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा होने के जश्न को यादगार बनाएंगे। वायुसेना के सबसे आधुनिक विमान राफेल और सुखोई, मिग और जगुआर ही नहीं, 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले ड्रोनियर और डकोटा विमान भी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा होंगे।
राजपथ पर लड़ाकू विमानों के सबसे बड़े फ्लाई पास्ट में केवल वायुसेना ही नहीं, बल्कि सेना और नौसेना के विमान भी शामिल रहेंगे। कोरोना की तीसरी लहर की चुनौतियों के बीच आजादी के अमृत वर्ष के मौके पर हो रहे गणतंत्र दिवस समारोह को खास बनाने के लिए वायुसेना ने विशेष रूप से अमृत फार्मेशन तैयार किया है। परेड के आखिरी हिस्से में 75 का स्वरूप बनाते हुए सात जगुआर विमान यह समारोह अमृत महोत्सव को समर्पित करते नजर आएंगे।
गणतंत्र दिवस पर वायुसेना के अब तक के सबसे बड़े फ्लाई पास्ट में इस बार राजपथ पर अलग-अलग कुल 16 फार्मेशन होंगे। परेड की तैयारियों को लेकर वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने बताया कि फ्लाइपास्ट दो हिस्सों में होगा। पहले हिस्से में चार एमआइ 17वी5 हेलीकाप्टर का तिरंगा लिए ध्वज फार्मेशन होगा, जिसमें तीनों सेनाओं के झंडे भी लहरा रहे होंगे। दूसरे में चार एडवांस लाइट हेलीकाप्टर डायमंड फार्मेशन बनाएंगे।
इसके बाद राजपथ पर थलसेना और सुरक्षा बलों का मार्च पास्ट तथा झांकियां निकलेंगी। परेड के आखिरी हिस्से में वायुसेना राजपथ पर 75 विमानों से सजे फ्लाई पास्ट को अंजाम देगी। इसमें वायुसेना के सात राफेल जेट भी शामिल होंगे। दुश्मन को कठोर संदेश देने के लिए विनाश फार्मेशन में पांच राफेल होंगे। वहीं दो सुखोई, दो मिग और एक राफेल मिलकर बाज फार्मेशन से राजपथ को रूबरू कराएंगे।
अमृत फार्मेशन से ठीक पहले एक राफेल विजय के स्वरूप की झलक दिखाएगा। बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान 1971 में पाकिस्तान से जंग के निर्णायक मोर्चा टंगेल को समर्पित इस नाम के फार्मेशन में पुराने डकोटा और ड्रोनियर विमान रहेंगे। डकोटा एयरक्राफ्ट से ही ढाका के करीब टंगेल में भारतीय सेना ने सैनिकों को एयर-ड्राप कर पाकिस्तानी सेना की घेरेबंदी की थी और उसे आत्मसमर्पण को बाध्य कर दिया था।
फ्लाई पास्ट में नेत्र फार्मेशन में एक अवाक्स टोही विमान और दो-दो सुखोई और मिग-29 लड़ाकू जेट होंगे। सुखोई लड़ाकू विमान त्रिशूल फार्मेशन और एमआइ 17 तथा चिनूक हेलीकाप्टर मिलकर मेघना फार्मेशन बनाएंगे। फ्लाई पास्ट में नौसेना के पी8आइ एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट और मिग-29 फाइटर जेट वरुणा फार्मेशन का स्वरूप दिखाएंगे।