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    70 या 90 कितने घंटे काम करना सही? बहस छिड़ी है तो लेबर लॉ और एक्सपर्ट की राय भी समझ लें

    Debate on LT Chairman’s 90 hour work-week advice एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी है। इससे देश में वर्क-लाइफ बैलेंस पर बहस छिड़ गई। बॉलीवुड से लेकर तमाम लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं। एक्‍सपर्ट से जानें वर्क-लाइफ बैलेंस क्यों जरूरी है काम के घंटे किस स्थिति में बढ़ाए जा सकते हैं और लेबर लॉ क्या कहता है..

    By Deepti Mishra Edited By: Deepti Mishra Updated: Mon, 13 Jan 2025 07:32 PM (IST)
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    Work Life Balance Debate: एलएंडटी के चैयरमैन के 90 घंटे वाले बयान पर बढ़ी बहस। फाइल

    नई दिल्‍ली। लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने एक हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी। उन्होंने एम्प्लॉइज के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा कि अगर संभव हुआ तो रविवार को भी आपको ऑफिस बुलाकर काम करवाया जाएगा। इससे पहले, इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति ने युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी।

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    एसएन सुब्रह्मण्यन के बयान ने देश में जारी वर्क-लाइफ बैलेंस पर बहस को बढ़ावा दे दिया है। बॉलीवुड हस्तियों से लेकर उद्योगपति और आम लोगों ने इसकी कड़ी आलोचना की है।

     एक्‍सपर्ट से जानें वर्क-लाइफ बैलेंस क्यों जरूरी है, काम के घंटे किस स्थिति में बढ़ाए जा सकते हैं और लेबर लॉ क्या कहता है..

    काम के घंटे कितने हों; किसने क्या सलाह दी?

    '90 घंटे काम करो'

    मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं। अगर मैं आपको रविवार को भी ऑफिस बुलाकर काम करवा पाता तो मुझे बहुत खुशी होती, क्‍योंकि मैं रविवार को भी काम करता हूं। एम्प्लॉइज को वीक में 90 घंटे काम करना चाहिए। आप घर पर बैठकर क्‍या करते हैं? आप कितनी देर बीवी को निहार सकते हैं और कितनी देर पत्नी आपको निहार सकती है? चलो ऑफिस आओ और काम करो। - एसएन सुब्रह्मण्यन, चेयरमैन, L&T

    दरअसल, सुब्रह्मण्यन कर्मचारियों के सवालों के जवाब दे रहे थे। तभी उनसे पूछा गया कि L&T बिलियन डॉलर वाली कंपनी है, फिर अपने एम्प्लॉइज को शनिवार को भी क्यों बुलाती है।

    जवाब में एसएन सुब्रह्मण्यन यह कहा। लार्सन एंड टूब्रो की इंटरनल मीटिंग का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, यह वीडियो कब का है, इसकी जागरण डॉट कॉम पुष्टि नहीं करता है।

    हर्ष गोयनका का जवाब- स्मार्टली काम करें, गुलामी नहीं

    सुब्रह्मण्यन के बयान पर आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्‍होंने कहा कि काम को स्मार्ट तरीके से किया जाए, न कि गुलामी की जाए। हर्ष गोयनका ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर सुब्रमण्यम ने लिखा-

    हफ्ते में 90 घंटे काम? क्‍यों न रविवार का नाम बदलकर 'सन-ड्यूटी' कर दें और 'छुट्टी का दिन' काल्पनिक अवधारणा बना दें। मैं मेहनत और समझदारी से काम करने में भरोसा रखता हूं, लेकिन जिंदगी को लगातार चलने वाली ऑफिस शिफ्ट में बदल देना? यह सक्सेस नहीं, बर्नआउट का नुस्खा है। वर्क-लाइफ बैलेंस ऑप्‍शनल नहीं है, यह जरूरत है। खैर, ये मेरी राय है। स्मार्टली काम करें, गुलामी नहीं।

    बयान पर दीपिका पादुकोण ने जताई आपत्ति

    L&T के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन के बयान का बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने भी विरोध किया। दीपिका ने इंस्टाग्राम पर बयान का स्‍क्रीनशॉट पोस्‍ट करते हुए लिखा, ''ऊंचे पदों पर बैठे लोगों के ऐसे स्‍टेटमेंट चौंकाने वाले हैं। मानसिक स्वास्थ्य भी मायने रखता है।''

    महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा,

    मुझे लगता है कि यह बहस गलत दिशा में जा रही है, क्‍योंकि यहां बात कितना काम करते हैं, इस बारे में है। मेरा तर्क है कि हमने कितने घंटे काम किया, इसे छोड़कर काम की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। यह 40 घंटे, 70  घंटे या 90 घंटे काम करने के बारे में नहीं है। आप क्या कर रहे हैं, इस पर निर्भर करता है। अगर आप 10 घंटे भी काम कर रहे हैं तो कैसा और क्‍या काम कर रहे हैं। आप 10 घंटे में दुनिया बदल सकते हैं। मेरी पत्नी शानदार है और मुझे उसे निहारना और उसके साथ वक्त बिताना पसंद है।

    महिंद्रा ने कहा-  ''मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आपकी कंपनी में हमेशा लीडर्स और ऐसे लोग होने चाहिए, जो सही फैसले लेते हों। अब सवाल ये उठता है कि किस तरह के लोग सही फैसले लेते हैं? मेरे विचार से समग्र सोच वाला दिमाग जो आसपास की दुनिया से इनपुट ले सकता हो। अगर आप परिवार के साथ वक्त नहीं बिता रहे हैं। दोस्‍तों के साथ वक्त नहीं बिता रहे हैं। कुछ पढ़ नहीं रहे हैं तो आप किस तरह से फैसला लेते वक्त सही चीजों पर ध्यान दे पाएंगे।'' 

    आधार पूनावाला ने भी ली चुटकी 

    सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने भी एस एन सुब्रह्मण्यन के बयान पर चुटकी लेते हुए अपने आधिकारिक एक्‍स अकाउंट पर पोस्‍ट किया।

    एक्‍स पर आनंद महिंद्रा को टैग करते हुए लिखा-

    हां आनंद महिंद्रा, मेरी पत्नी नताशा पूनावाला मानती हैं कि मैं शानदार हूं और वो रविवार को मुझे निहारना पसंद करती हैं। काम की गुणवत्ता अहम है, काम के घंटे नहीं।

    कितने घंटे काम करना चाहिए, कैसे शुरू हुई बहस?

    वर्क लाइफ बैलेंस की बहस इंफोसिस के को-फाउंडर व चेयरमैन नारायण मूर्ति के हफ्ते में 70 घंटे काम करने के सुझाव के बाद शुरू हुई थी। फिर बिजनेसमैन गौतम अडानी के 'बीवी भाग जाएगी' वाले बयान ने इसे एक बार फिर चर्चा में ला दिया था। अब सुब्रह्मण्यन ने इसे बढ़ावा दे दिया है।

    नारायण मूर्ति ने क्‍या कहा था?

    हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए। हमको अपनी एस्पिरेशन हाई रखनी होगी, क्‍योंकि देश में 80 करोड़ लोग को मुफ्त में राशन मिलता है। यानी कि 80 करोड़ भारतीय गरीबी में जी रहे हैं। हम कड़ी मेहनत करना नहीं चाहते हैं तो कौन करेगा? युवाओं को समझना होगा कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और भारत को नंबर-1 बनाने की दिशा में काम करना होगा। - नारायण मूर्ति, चेयरमैन, इंफोसिस

    L&T के चेयरमैन के बयान पर सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी (CCS) के सीईओ अमित चंद्रा ने कहा- 

    आठ घंटे घर में रहने पर भी बीवी भाग जाएगी: अडाणी

    जब बिजनेसमैन गौतम अडानी से वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि आठ घंटे घर में रहने पर भी बीवी भाग जाएगी।

    गौतम अडानी ने कहा-

    आपका वर्क-लाइफ बैलेंस मुझे पर और मेरा आप पर थोपा नहीं जाना चाहिए। मान लीजिए कि कोई शख्स अपने परिवार के साथ चार घंटे बिताता है और आनंद में रहता है। वहीं दूसरा व्यक्ति आठ घंटे बिताता है और उसमें आनंद उठाता है तो यह उसका बैलेंस है। इसके बावजूद अगर आप आठ घंटे बिताते हैं तो भी बीवी भाग जाएगी। बैलेंस तब बनता है, जब कोई शख्स वह काम करता है,  जो उसे पसंद है।

    90 और 70 घंटे काम करने वाले बयानों पर मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के सीनियर मैनेजर कुमार विकास ने कहा कि यह प्रैक्टिकल नहीं है। आगे पढ़ें- 

    देश में श्रमिकों के लिए क्‍या कानून है?

    एडवोकेट मनीष भदौरिया बताते हैं कि देश में लागू लेबर लॉ में श्रमिकों व कर्मियों के लिए काम के घंटे, न्यूनतम वेतन, बीमा, छुट्टियां और अन्य सुविधाओं का प्रावधान किया गया है, जोकि सभी सेक्‍टर्स के लिए एक जैसे ही हैं।

    एडवोकेट मनीष बताते हैं- 'यहां ध्‍यान देने वाली बात यह है कि अगर कंपनी के साथ किसी तरह का विवाद होता है तो वे लोग जिनकी सैलरी 7000 से कम है और मैनेजर व सुपरवाइजर की कैटेगरी में नहीं आते हैं, उनके मामले की सुनवाई लेबर कोर्ट में होती है। जबकि आईटी, सॉफ्टवेयर और मीडिया जैसी कंपनी के कर्मियों के मामलों की सुनवाई प्रिजाइड ऑफिसर इंडस्ट्रियल ट्रिब्‍यूनल (POIT) में होती है।'

    लेबर लॉ में  ये हैं प्रावधान...

    • काम के घंटे: एक हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे तक काम करवा सकते हैं। निर्धारित घंटों से ज्यादा काम कराने पर प्रति घंटे दोगुना वेतन देना होगा। हर 5 घंटे काम के बाद 30 मिनट का ब्रेक देना होगा।
    • अवकाश: हर सप्ताह एक छुट्टी और साल में 240 दिन काम करने पर 12-15 दिन के अवकाश का प्रावधान है। महिला कर्मी के मां बनने पर 26 हफ्ते की पेड मैटरनिटी लीव भी दी जाती है। इसके अलावा, 7 से 12 दिन की मेडिकल लीव और 12 दिन की कैजुअल लीव का भी प्रावधान है।

    • वेतन: हर राज्‍य/सेक्‍टर के लिए न्यूनतम सैलरी अलग-अलग होती है। सैलरी योग्यता, कौशल और कार्य प्रकृति के आधार पर तय होती है। केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर न्यूनतम वेतन दर में बदलाव करती हैं।
    • बीमा और सामाजिक सुरक्षा: जिन कंपनियों में 10 या अधिक कर्मचारी हैं, उन्हें कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) देना अनिवार्य है।
    • ESI के तहत: चिकित्सा बीमा, मातृत्व लाभ, दुर्घटना बीमा, अस्थायी और स्थायी विकलांगता का मुआवजा।
    • जिन कंपनियों में 10 या अधिक कर्मचारी हैं, EPF जमा करना होता है। कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को वेतन का एक हिस्सा जमा करना होता है। यह रिटायरमेंट और आपात स्थिति के लिए सुरक्षित धन है।

    वर्क-लाइफ बैलेंस क्‍या है?

    वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) यानी पेशेवर जिंदगी और निजी जीवन के बीच ऐसा बैलेंस बनाना, जिससे दोनों व्‍यवस्‍थाएं सुचारू रूप से चलती रहें। कोई भी एम्पलाई अपने काम और पर्सनल रिस्पांसिबिलिटी के साथ-साथ अपने शौक, परिवार और आराम के लिए भी भी पर्याप्त समय दे सके। 

    मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और बेहतर प्रदर्शन के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस जरूरी है, लेकिन ऑलवेज ऑन (24/7) कल्‍चर के चलते लोगों को इसमें मुश्किल आती है। 

    Source:

    एक्‍सपर्ट से बातचीत

    श्रम एवं रोजगार मंत्रालय -  https://labour.gov.in/

    बिजनेसमैन हर्ष गोयनका की पोस्‍ट - https://x.com/hvgoenka/status/1877330453826257211