डेटिंग ऐप या हनी ट्रैप? समझ लें लव और लस्ट का पूरा 'खेल', कहीं प्रेम जाल ना बन जाए जी का जंजाल
मुंबई के क्लब में डेटिंग एप पर मिली लड़की के साथ डेट पर गए युवक को 61 हजार के बिल का भुगतान करना पड़ा। चंडीगढ़ की सुनीता भल्ला के संग मैट्रिमोनियल साइट्स 23 लाख की धोखाधड़ी हुई। डेटिंग और मैट्रिमोनियल फ्रॉड के मामले इतने बढ़ गए कि गृह मंत्रालय को एडवाइजरी जारी करनी पड़ी। आप भी सिंगल हैं और ऑनलाइन साथी तलाश रहे हैं तो यह स्टोरी जरूर पढ़ें ...
दीप्ति मिश्रा, नई दिल्ली। तकनीकी के इस युग में बदमाशों, ठगों और धोखेबाजों की पौ–बारह हो गई है। आए दिन नए-नए प्रकार के कारनामों से पता चलता है कि लोगों को कैसे सतर्क रहना है। आज हम आपको एक ऐसे धोखे के बारे में बता रहे हैं, जिसे महानगरों में अंजाम दिया जा रहा है। ताजा मामला मुंबई का है, जहां एक युवक उस लड़की से मिलने गया, जिससे उसकी मुलाकात एक डेटिंग एप के माध्यम से हुई थी।
प्यार के आगाज की ख्वाहिश लिए पहुंचे युवक को यह डेट काफी महंगी पड़ी, उसे 61 हजार रुपये के बिल का भुगतान करना पड़ा। ऐसा नहीं है कि यह कोई पहली या इकलौती घटना है। केवल मुंबई में ही ऐसी कई वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है।
अंधेरी का गॉडफादर क्लब, वर्ली का माताहारी क्लब और वासी का वेनटी पा क्लब ऐसी घटनाओं का गवाह बन चुका है। यहां डेटिंग एप वाली लड़कियों संग डेट पर आए युवकों को 23 हजार से 61 हजार रुपये तक के बिल का भुगतान करना पड़ रहा है।
बिल की रकम देखकर आप हैरान हो सकते हैं, लेकिन ये सिर्फ इन क्लबों की कहानी नहीं है। यह ठगी का नया तरीका है, जो दिल्ली, गुरुग्राम, इंदौर, भोपाल, हैदराबाद, मुंबई और चेन्नई तक कमोबेश पूरे देश में जारी है।
तो अगर आप सिंगल हैं और डेटिंग एप पर हमसफर तलाश रहे हैं तो सतर्क हो जाइए, सावधान हो जाइए। डेटिंग एप या मैट्रिमोनियल साइट के स्कैम में फंसकर कई नौजवान युवक-युवतियां अपने बैंक खाते खाली करवा चुके हैं। रिश्ते के झांसे में आकर ठगे जा चुके हैं और ठगे जा रहे हैं।
कई लोग तो अपनी भावनाओं के खिलवाड़ से ऐसे आहत हुए कि डिप्रेशन में चले गए। डेटिंग एप या मैट्रिमोनियल साइट पर कैसे-कैसे स्कैम हो रहे हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है, यह जानने के लिए इस खबर को जरूर पढ़ें...
पहला केस : एक घंटे की डेट, बिल पर आधी सैलरी खर्च हो गई
मुंबई में रहने वाले 34 साल के प्रतीक जाधव आईटी प्रोफेशनल हैं। डेटिंग एप स्कैम पीड़ित जाधव बताते हैं कि गॉडफादर क्लब में टिंडर पर मिली एक युवती के संग महज एक घंटे की डेट 55,248 रुपये का बिल भरा।
जाधव बताते हैं,
सीरियस रिलेशनशिप की तलाश में थे। टिंडर पर 10 अगस्त को मनीषा नाम की लड़की से मैच किया। उसने मेरा नंबर लिया। मुझे से व्हाट्सएप पर संपर्क किया। उसने बताया कि वह दिल्ली की रहने वाली है, यहां वह अपनी चाची और कजिन के साथ रहती है। मिलने की बात हुई तो अंधेरी वेस्ट में क्रिस्टल पैराडाइज के लिए कहा। पिज्जा एक्सप्रेस नाम के एक फूड आउटलेट का जिक्र भी किया।
मैं शाम 5:45 बजे क्रिस्टल पैराडाइज पहुंचा। मेरे दिमाग में था कि इसके बाद शायद हम पिज्जा एक्सप्रेस जाएंगे, लेकिन वो मुझे गॉडफादर ले गई। कहा कि उसकी कजिन ने सजेस्ट किया है- कपल्स के लिए एंबिएंस और फूड काफी अच्छा है। हम वहां पहुंचे तो उसने एंटीक्विटी ब्लू व्हिस्की (Antiquity Blue whisky) के दो 60 मिलीलीटर के शॉट, हुक्का, कॉर्न विद चाट मसाला, दो सॉफ्ट ड्रिंक और एक चिकन डिश ऑर्डर की। मैंने दो किंगफिशर माइल्ड बीयर मंगवाई। कुछ मिनट बाद वेटर मेन्यू ले गया। मैंने मेन्यू को ज्यादा ध्यान से नहीं देखा था, लेकिन मुझे लगा था कि बिल 5000 से 10, 000 तक आएगा, क्योंकि मैं पहले भी इस तरह के पब जा चुका था।
डेटिंग एप स्कैम पीड़ित प्रतीक जाधव और टिंडर पर मिली मनीषा उर्फ अनुष्का का टिंडर प्रोफाइल।
अचानक हमारे आसपास स्पार्कल होने लगे। कोई जश्न नहीं था, इसलिए मुझे लगा कि शायद यह कॉम्प्लिमेंटरी है। शाम 7:15 बजे वेटर 55,248 रुपये का बिल थमा दिया। मैं बिल देखकर हैरान रह गया। न खाना इतना लजीज था और न एंबियंस। मनीषा बिल लेकर चेक करने का नाटक करते हुए बोली- यह जगह वाकई महंगी है। तब तक मुझे लग रहा था कि हम असली डेट पर हैं। मैंने बात की, लेकिन सुनी नहीं गई। आखिर में मुझे पूरा पेमेंट करना पड़ा। बिल मनीषा ने अपने पर्स में रख लिया। मुझे डीएन नगर मेट्रो छोड़ने के लिए ऑटो बुलाया और खुद बिना किसी सवाल जवाब के चली गई।
मेट्रो स्टेशन जाने के दौरान में उलझन में था। मैंने उस जगह के बारे में जानने की कोशिश की तो पता चला कि गॉडफादर में मेरी जैसी ही कई अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी हुई है। घर पहुंचा तो देखा कि मनीषा ने मुझे टिंटर और व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया था। मेरे पास क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट के अलावा इस धोखाधड़ी का कोई सबूत नहीं बचा था।
दूसरा केस: 35,949 का बिल और रात में मांगे 50 हजार
मुंबई के एक कॉल सेंटर में काम करने वाले एक 30 वर्षीय शख्स ने नाम और पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि उसकी टिंडर पर एक कोमल नाम की लड़की से बात हुई। 22 जुलाई को वह कोमल से मिलने पहुंचा तो कोमल गॉडफादर क्लब ले गई। हम लोगों ने कुछ फूड और ड्रिंक आइटम ऑर्डर किए। 35,949 रुपये का बिल आया तो वह हैरान रह गया।
पीड़ित शख्स ने बताया कि,
मेरे सामने बैठी कोमल को यह बिल बिल्कुल भी असामान्य नहीं लगा। फिर उसने कहा कि उसकी बहन प्रेग्नेंट है, इसलिए उसे अपनी बहन की देखभाल करनी होती है, इसलिए वह जल्दी घर के लिए निकल रही है। कोमल के चले जाने के बाद मैं अंबोली पुलिस स्टेशन गया और पुलिस को घटना की सूचना दी, लेकिन पुलिस ने यह कहकर लौटा दिया कि ऐसे अपराध धोखाधड़की के दायरे में नहीं आते हैं।
कोमल ने रात में मुझे मैसेज कर 50 हजार मांगे, लेकिन मैंने मना कर दिया। इसके बाद उसने मुझे ब्लॉक कर दिया। शख्स का कहना है कि महिलाएं डेटिंग एप का इस्तेमाल पुरुषों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करने के लिए करती हैं, रिश्ते बनाने या पार्टनर तलाशने के लिए नहीं।
क्लब प्रबंधन ने क्या कहा?
डेटिंग एप स्कैम और मोटे-मोटे बिल के बारे में पूछे जाने पर गॉडफादर क्लब के प्रबंधन ने दावा किया कि उनके यहां ऐसी कोई गतिविधि नहीं हो रही है और न ही ऐसी किसी घटना के बारे में उनका जानकारी है। हमारे क्लब में लोग कपल एंट्री करते हैं तो हम उनसे एंट्री फीस नहीं लेते हैं। हमको इस बारे में नहीं पता कि हमारे यहां आने वाले लोग कहां से आ रहे हैं, वे फैमिली हैं, साथ रहने वाले हैं या डेटिंग साइट्स पर मिले हैं।
हम ईमानदारी से क्लब चलाते हैं। अगर हमको लगता है कि किसी ग्राहक के पास बिल भरने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं तो हम उनको छूट भी देते हैं। हमारे खिलाफ सभी आरोप झूठे और निराधार हैं।
प्रबंधन ने यह भी दावा किया कि उनके क्लब के खिलाफ किसी पुलिस स्टेशन में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, इस तरह के सभी पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने उनको यह कहकर वापस भेज दिया कि कथित अपराध धोखाधड़ी के दायरे में नहीं आते हैं।
इस मामले पर मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी राज तिलक ने कहा कि वे पुलिस स्टेशनों में आई शिकायतों की समीक्षा करेंगे। वह व्यक्तिगत तौर पर इस मामले को देखेंगे और जिम्मेदार लोगों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
कैसे बिछाया जाता है जाल?
स्कैम टाइप-1: हजारों का लंबा-चौड़ा बिल भरवाना
टिंडर और बंबल जैसे डेटिंग एप पर मिली लड़कियां किसी तरह आपको डेट पर जाने के लिए राजी करेगी। फिर किसी एक खास होटल या पब में चलने की जिद करेंगी। वहां जाने पर महंगी-महंगी ड्रिंक, खाना, और फायर शॉट जैसी चीजें ऑर्डर करेगी। आधे घंटे के अंदर ही हजारों का बिल बन चुका होता है।
फिर बिल आने के पहले या तुरंत बाद वॉशरूम जाने या कुछ इमरजेंसी आने का बहाना बनाकर निकल जाएंगी। इसके बाद आपके सामने रखा होगा हजारों रुपये का लंबा-चौड़ा बिल। अगर आप बिल पर सवाल उठाते हैं तो वहां वेटर और मैनेजर आपको बेइज्जत करेगा- 'कहेगा ऑर्डर करने से पहले मेन्यू नहीं देखा था क्या। अब बिल तो भरना ही होगा।'
अगर आप बिल नहीं भरते है तो आपके साथ वहां तैनात बाउंसर मारपीट करते हैं। आप लड़की को कॉल करेंगे तो कॉल पिक नहीं होगा या नंबर ब्लॉक हो चुका होगा। मजबूरन लड़कों को बिल भरना पड़ता है।
स्कैम टाइप-2 : 'पैसा दो, वरना रेप केस में अंदर'
रेप की धमकी देकर पैसे वसूलना। पुणे का रहने वाला एक अच्छे घर का लड़का टिंडर पर एक लड़की से मिला। दोनों में बातचीत हुई। फिर लड़की ने होटल में मिलने का प्लान बनाया तो लड़के ने मुंबई में फाइव स्टार होटल में रूम बुक किया। होटल में लड़की पहले पहुंच चुकी थी और लड़का बाद में पहुंचा।
होटल के कमरे में आए दोनों को बमुश्किल 10 मिनट हुए थे कि दरवाजा नॉक हुआ। लड़की का एक परिचित युवक कमरे में आया। फिर दोनों ने मिलकर 10 लाख रुपये की मांग की। 10 लाख रुपये न देने पर रेप केस में जेल में डलवाने की धमकी दी। कहा- 'अगर पैसे नहीं देगा तो रेप केस में जेल में डालवा देंगे।'
जब पीड़ित लड़के ने मना किया तो लड़की और उसके परिचित ने मिलकर पीटा। किसी तरह लड़का अपनी जान बचाकर कमरे से बाहर आया। फिर होटल में ड्रामा हुआ। पुलिस आई। बाद में जांच में पता चला कि वह लड़की इस तरह 30 से ज्यादा लोगों से पैसे वसूल चुकी थी।
स्कैम टाइप-3: मुसीबत में हूं, मदद करो
गुरुग्राम के एक युवक की डेटिंग एप पर एक लड़की से दोस्ती हुई। दोनों बात करने लगे। मुलाकात भी हुई। करीब एक महीना बीत जाने पर लड़की ने कहा, 'उसका भाई बेंगलुरु में रहता है और एक्सीडेंट हो गया है। हालत सीरियस है। डॉक्टर ने कहा कि सर्जरी होगी। आठ लाख रुपये चाहिए। मेरे परिवार के पास पैसे नहीं हैं। प्लीज हो सके तो कुछ मदद कर दीजिए। मैं जल्द आपके पैसे लौटा दूंगी।'
यकीन दिलाने के लिए लड़की ने एक्सीडेंट की फोटो भी भेजी, जिसमें गंभीर रूप से घायल एक युवक नजर आ रहा था। लड़के ने अपने अकाउंट से लड़की को तीन लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। उसके कुछ घंटे बाद पता चला कि लड़की ने युवक को हर जगह से ब्लॉक कर अपना नंबर बंद कर दिया। बाद में पता चला कि एक्सीडेंट की जो फॉटो भेजी थी, वो भी लड़की की तरह फ्रॉड थी।
एक डेट और हजारों का बिल, क्या है सच्चाई?
समाजसेविका दीपिका नारायण भारद्वाज इस तरह की ठगी के मामलों के बारे में सिलसिलेवार कई ट्वीट किए हैं।
🚨 MUMBAI DATING SCAM EXPOSE 🚨
THE GODFATHER CLUB ANDHERI WEST
◾BRAZEN SCAMMING EVERYDAY
◾12 victims in touch
◾Trap laid through Tinder, Bumble
◾Bill amounts 23K- 61K
◾3 men trapped by same girl@MumbaiPolice @CPMumbaiPolice @mymalishka @CMOMaharashtra@zomato pic.twitter.com/qGOacFCE9f
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) August 23, 2024
दीपिका नारायण भारद्वाज ने जागरण (Jagran.com) को बताया कि उन्होंने दिल्ली, गुरुग्राम, इंदौर, भोपाल, हैदराबाद और मुंबई से डेटिंग एप पर मिलने के बाद डेट पर इस तरह की ठगी के शिकार हुए कई लड़कों ने संपर्क किया। इंदौर, दिल्ली, गुरुग्राम और हैदराबाद में जब पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि यह पूरा का गिरोह काम कर रहा है। अकेले मुंबई से इस तरह के मामलों में 12 पीड़ितों ने उनसे संपर्क साधा है।
कौन हैं ये लड़कियां, जिन्हें कानून का डर नहीं है?
जवाब में दीपिका बताती हैं कि ये कोई हमसफर तलाशने वाली लड़कियां नहीं हैं। दरअसल, ये क्लब अपनी सेल बढ़ाने के लिए एजेंसी हायर करते हैं। ये लड़कियों एजेंसियों के साथ इंगेज होती हैं। एजेंसी इन लड़कियों के जरिए लड़कों को यहां बुलाती हैं। इस तरह ये मोटे-मोटे बिल भरवाने का धंधा चल रहा है।
वेटर और बाउंसर इन लड़कियों की मदद करते हैं। बाद में क्लब के कर्मचारी युवाओं को प्रताड़ित करते हैं। फिर ये युवक मजबूर होकर किसी तरह बिल भरकर बाहर आते हैं। कुछ नजरें चुराकर सोशल मीडिया पर शिकायत पोस्ट कर रहे हैं।
पुरुषों के प्रति मददगार नहीं पुलिस का रवैया
दीपिका बताती हैं कि पीड़ित लड़के अपने परिवार-समाज और सर्कल से डरते हैं, इसलिए शिकायत ही नहीं करते हैं। इनमें से कुछ पीड़ित हिम्मत जुटाकर अपनी पहचान छुपाते हुए डेटिंग स्कैम का भंडाफोड़ कर रहे हैं। कुछ पुलिस तक जाने की हिम्मत भी जुटाते हैं, लेकिन पुलिस अधिकारी उनकी शिकायत पर मामला दर्ज नहीं करते हैं। पुलिस अधिकारी कह देते हैं कि इसमें तो कोई क्राइम नहीं बनता है तुम अपने मजे के लिए डेट पर गए थे तो हम क्या कर सकते हैं।
अब तक आपने स्टोरी में उन लड़कों के बारे में पढ़ा, जो डेटिंग एप और मैट्रिमोनियल साइट्स पार्टनर की तलाश में निकले, लेकिन मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तौर पर प्रताड़ित हुए, जब पुलिस के पास पहुंचे तो वहां भी मदद नहीं मिली।
महिलाएं भी हुई हैं शिकार
अब कहानी उन युवतियों की जो शादी कब कर रही/रहे हो.. उम्र निकल रही है...शादी क्यों नहीं कर रही! शादी, शादी, शादी..सुनकर तंग आ गई और मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बना ली है। फिर कैसे ठगी का शिकार हुईं, सुनीता भल्ला और तृप्ति जडेजा जैसी महिलाओं की आपबीती यहां पढ़ें...
केस नंबर-1: शादी के सपने दिखाकर 22 लाख की ठगी
चंडीगढ़ की रहने वाली सुनीता भल्ला एक प्राइवेट कंपनी में एप डेवलपर हैं। सुनीता अपनी आपबीती बताती हैं,
उन्होंने एक मैट्रिमोनियल साइट पर अकाउंट बनाया था। एक्सेप्ट और रिजेक्ट करते-करते एक प्रोफाइल पसंद आई। फिर उस शख्स से उनकी बात शुरू हुई। बातचीत करने पर वह अच्छा लगने लगा। घर-परिवार, पसंद-नापसंद और शादी पर बातचीत हुई। शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं।
एक रोज उसने कहा- अचानक एक इमरजेंसी आ गई है। 22 लाख रुपये की जरूरत है। अगर तुम अभी मदद कर सको तो प्लीज कर दो। मैं जल्द तुमको पूरा पैसा लौटा दूंगा। बैंक में कुछ इश्यू आ रहा है, इसलिए मैं अप्लाई नहीं कर पा रहा हूं। बहुत अर्जेंट है। आप चाहो तो पर्सनल लोन ले लो। मैं लोन सेटल कर दूंगा।
सुनीता बताती हैं कि मैंने अपनी सारी जमा-पूंजी इकट्ठी की। कुछ 12 लाख का लोन लिया और उसे रकम दे दी। उसके बाद से उसका नंबर बंद जा रहा है। जब ये सिलसिला तीन-चार दिन चला, तब दिमाग की बत्ती जली कि मेरा साथ फ्रॉड हुआ है। एफआईआर की।
बाद में जब इंक्वायरी हुई तो पता चला कि उसने जो भी बताया, वो सब झूठ था। जो भी दिखाया, वो सब फर्जी थी। कई दिनों तक सदमे में रही कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है। अब तक सदमे से उबर गई हूं, लेकिन हर महीने 27000 की ईएमआई भर रही हूं।
केस नंबर-2: पैसे तो बच गए, लेकिन इमोशनली ठगी गई..
जयपुर की रहने वाली तृप्ति जडेजा दिल्ली-एनसीआर की एक निजी कंपनी में एचआर डिपार्टमेंट में काम करती हैं। तृप्ति जडेजा बताती हैं, शादी करने का ख्याल मन में आया तो मैंने भी एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई। एक लड़के से बात हुई।
गोरा, लंबा-चौड़ा और दिखने में किसी मॉडल सा। बात करके लगा कि वाइब्स मिल रही हैं। उसने बताया कि वह अभी यूके में है और वापस इंडिया सेटल होने का प्लान कर रहा है। यह सुनकर मुझे लगा कि ठीक है, मुझे देश के बाहर जाकर सेटल नहीं होना है, लेकिन वो देश लौट रहा है और यहीं सेटल होना चाहता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
15 दिन के भीतर ही उसने इंडिया आने की जानकारी दी। मुझे से कहा कि मुझे अपना कुछ सामान पार्सल करना है, जिसमें मेरे कुछ खानदानी सामान हैं, जो हमारी सगाई और शादी के लिए हैं, उनको भेजना है। आप अपना एड्रेस बता दीजिए।
मैट्रिमोनियल साइट पर तृप्ति जडेजा की इसी विनोद कुमार नाम का जालजास से बात हुई।
मैंने कहा- आप आइए सामान अपने किसी जानने वाले के यहां भेज दीजिए। पहले हम मिलते हैं फिर शादी के बारे में सोचेंगे, अभी मैंने सोचा नहीं है। अगले दिन से उसने स्वीट-स्वीट से मैसेज भेजने शुरू कर दिए, जिनमें वो जमकर प्यार जताता।
फिर उसने बताया कि मैं निकल गया हूं। 23 घंटे लगेंगे। मैंने जो सामान भेजा है, ये उसका लिंक है, आप ट्रैक कर लीजिएगा। पहले एड्रेस और फिर सामान का लिंक.. मुझे कुछ सही नहीं लग रहा था, लेकिन मैंने जवाब में कहा-ठीक है।
तृप्ति जडेजा और विनोद कुमार नाम के शख्स की बातचीत के स्क्रीनशॉट, जिसमें उसने फर्जी डॉक्यूमेंट भी शेयर किए हैं।
अगले दिन उसने एयरपोर्ट के फोटो भेजे। पैनिक आवाज में मुझे कॉल किया और बताया कि बेबी, मैं दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गया। मुझे कस्टम वालों ने यहां बिठा लिया है। मेरा फोन भी ले लिया था। मैं बहुत भूखा हूं, बहुत थका हूं और आपसे मिलने के लिए मरा जा रहा हूं। ये लोग दो लाख रुपये मांग कर रहे हैं।
मैं इनसे पूछकर अकाउंट नंबर देता हूं, प्लीज बेबी पैसे ट्रांसफर कर मुझे छुड़वा लो।
मैंने कहा- अधिकारियों से बात करवाओ। उसने कहा कि ये लोग अच्छा बिहेव नहीं कर रहे हैं मेरे साथ। फोन भी ले रहे हैं। मैंने कहा कि मीटिंग में हूं। बाद में बात करती हूं। कुछ-कुछ समय के अंतराल पर उसके लगातार मैसेज आते रहे कि बेबी पैसे भेजो। बेबी मुझे छुड़वा लो। ये लोग पीने के लिए पानी भी नहीं दे रहे हैं। मैं आपके लिए इंडिया आया हूं।
तृप्ति जडेजा की इसी विनोद कुमार की बातचीत के स्क्रीनशॉट, जिसमें उसने अकाउंट नंबर भी शेयर किया है।
अब तक मैं उसके भेजे सारे फोटो वेरीफाई कर चुकी थी। सब फर्जी थे। उसके बाद मैंने प्यार से मैसेज लिखा- बेबी मैं पुलिस में हूं। एयरपोर्ट पर बात की, लेकिन आप वहां नहीं है। आपके भेजे फोटो भी फर्जी हैं, यह सुनते ही उसने कॉल काट दी और मुझे ब्लॉक कर दिया। मैं ठगी का शिकार होने से बच गई, लेकिन भावनात्मक प्रताड़ना से नहीं बच सकी।
20-25 दिन में मुझे उसकी आदत हो चुकी थी। ऑनलाइन साइबर सेल में शिकायत भी की, लेकिन मामले में कुछ नहीं हुआ। कई दिनों बाद एक पुलिस अधिकारी का कॉल आया- मुझसे पूछा कि फिर से पैसे तो नहीं मांगे, फिर से संपर्क तो नहीं साधा? मैंने जवाब दिया- नहीं तो बोले- ठीक है। फिर कुछ आए तो बताना। अभी के लिए हम शिकायत बंद कर रहे हैं।
सुनीता भल्ला और तृप्ति जडेजा सिर्फ दो महिलाओं के उदाहरण हैं। मैट्रिमोनियल साइट पर महिला और पुरुष समेत हजारों लोग अपना अकाउंट खाली करवा बैठे। डिप्रेशन में चले गए।
क्या कहता है कानून?
कड़कड़डूमा कोर्ट के एडवोकेट मनीष भदौरिया ने बताया कि डेटिंग एप और मैट्रिमोनियल साइट्स पर होने वाले स्कैम सिर्फ मुंबई नहीं, अब दिल्ली हैदराबाद समेत कमोबेश पूरे देश में हो रहे हैं। कई शहरों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज भी की है।
मनीष भदौरिया कहते हैं कि डेटिंग एप और मैट्रिमोनियल साइट्स पर होने वाले स्कैम के पीड़ित भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 और 319 के तहत एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं, जोकि धोखाधड़ी और छद्मवेश द्वारा धोखाधड़ी पर शिकंजा कसती है।
मेरा कहना है कि पीड़ित चाहे लड़का हो या लड़की शिकायत करने में कतई संकोच नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब तक ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक इस तरह के अपराध पर लगाम नहीं लगेगी।
हैरान करने वाले हैं ये आंकड़े
डेटिंग और मैट्रिमोनियल एप पर होने वाले स्कैम लगातार बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के साल 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, डेटिंग और मैट्रिमोनियल एप स्कैम के मामले 24 फीसदी बढ़े हैं।
फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) की 2023 की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोगों ने इस तरह के स्कैम में करीब 97.4922 अरब रुपये का नुकसान किया है। डेटिंग और मैट्रिमोनियल एव व साइट्स पर करीब 77 फीसदी लोगों का फेक प्रोफाइल से पाला पड़ा, जबकि करीब 40 प्रतिशत ने माना कि डेटिंग एप पर उनके साथ धोखा हुआ।
सरकार को जारी करनी पड़ी एडवाइजरी
डेटिंग और मैट्रिमोनियल स्कैम पीड़ितों से बातचीत के आधार केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से एक एडवाइजरी तैयार की गई है, जिसमें लोगों को इस तरह की ठगी से बचने के सुझाव दिए गए हैं। एडवाइजरी में ठगों को कैसे पहचानें, यह भी बताया गया है।
एडवाइजरी में क्या सुझाव दिए गए?
- वेरिफाइड मैट्रिमोनियल साइट ही चुनें: डेटिंग और मैट्रिमोनियल एप व वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन से पहले उसको वेरीफाई करें। रिव्यू जरूर देखें।
- ईमेल आईडी नई बनाएं: मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर प्रोफाइल बनाते समय नई या फिर उस ई-मेल आईडी का इस्तेमाल करें, जिससे आपका यूपीआई लिंक न हो। बातचीत के लिए यही तरीका अपनाएं। अपना फोटो, घर का पता और यूपीआई से लिंक मोबाइल नंबर साझा न करें।
- परिवार को हमेशा और पूरी जानकारी दें: डेटिंग एप और मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर हुए किसी मैच के बारे में परिवार को जरूर बताएं। ताकि परिवार के स्तर पर संभावित मैच के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा सके।
- परिवार को मुलाकात के बारे में बताएं: डेटिंग एप मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर मिले भविष्य के संभावित साथी से हमेशा सार्वजनिक स्थान पर ही मिलें। इसके बारे में परिवार को और दोस्तों को बताएं।
- खूब सवाल पूछें: डेटिंग एप और मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर मिले शख्स से बातचीत के दौरान खूब सवाल पूछें, ताकि आप संभावित पार्टनर को बेहतर तरीके से जान पाएंगे।
- पैसा मांगे तो मना कर दें: मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर मिला संभावित पार्टनर इमरजेंसी का हवाला देकर मदद मांगे तो साफ मना कर दें। अगर वह बार-बार पैसे मांगे तो सतर्क होने की जरूरत है।
- बैकग्राउंड जरूर जांचें: अगर मिलकर और बातचीत करने पर आपको सब ठीक लग रहा है। तब भी रिश्ता तय करने से पहले वर या वधु के बारे में सभी जानकारियां पता करें। उसके ऑफिस, परिवार, दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसी से बात जरूर करें।
- NRI प्रोफाइल से बात करते हुए सतर्क रहें: एनआरआई प्रोफाइल के साथ बातचीत करते समय ज्यादा सजग रहें। आमने-सामने मिले बिना शादी के लिए बिल्कुल हां न करें।
कैसे पहचानें?
- अगर कोई व्यक्ति वीडियो चैट पर आने या आमने-सामने मिलने पर झिझकता है तो वह धोखेबाज हो सकता है।
- सोशल मीडिया पर प्रोफाइल न होना या फिर बहुत कम दोस्त और पोस्ट होने पर भी सजग हो जाएं।
- शुरुआती बातचीत में ही आपकी आर्थिक स्थिति जैसे- कितना कमाते हैं, कितना बचाते हैं, अकाउंट में कितना पैसा है जैसी बातें पूछना।
- अगर कोई एक-दो बार बात होने पर प्यार का इजहार करे और जल्द से जल्द शादी करने की बात करना।
- बार-बार नंबर बदले। आपकी कॉल का जवाब न दे और नए नंबर से कॉल कर अजीब सा बहाना बनाए।
फ्रॉड होने पर क्या करें?
अगर आपके साथ भी मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर कोई धोखाधड़ी हुई है या फिर कोई अन्य साइबर अपराध हुआ है तो उसकी सूचना अपने नजदीकी थाने या डायल 100 पर दें। इसके साथ ही नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in या @Cyber Dost पर भी सूचित कर सकते हैं।
डेटिंग/मैट्रिमोनियल फ्रॉड बनी ये सीरीज
- द टिंडर स्विंडलर
- वेडिंग डॉट कॉम
- जामताड़ा: सबका नंबर आएगा
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