Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जड़ से खत्म हो सकता है जानलेवा अस्थमा, 2300 लोगों पर हुआ ये महत्वपूर्ण अध्ययन

    By Amit SinghEdited By:
    Updated: Sun, 28 Oct 2018 05:17 PM (IST)

    2012 से 2017 के बीच पुणे में 2300 मरीजों पर यह अध्ययन किया गया है। अध्ययन में यह देखा गया कि अस्थमा की बीमारी ठीक हो गई। ठीक होने के बाद उन्हें दोबारा अस्थमा की दवा नहीं लेनी पड़ी।

    जड़ से खत्म हो सकता है जानलेवा अस्थमा, 2300 लोगों पर हुआ ये महत्वपूर्ण अध्ययन

    नई दिल्ली, रणविजय सिंह। एलर्जी और प्रदूषण के कारण सांस की बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। सांस की बीमारी अस्थमा, घातक भी साबित होती है। प्रदूषण बढ़ने से अस्थमा के बढ़ने का भी खतरा है। यह देखा गया है कि इस बीमारी से पीड़ित अधिकतर लोग ताउम्र इनहेलर जैसी दवाओं को लेते रहते हैं और चाहकर भी उसे छोड़ नहीं पाते।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरिता विहार स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआइआइए) की निदेशक डॉ. तनुजा मनोज नेसारी ने दावा किया है कि आयुर्वेद से इस बीमारी को जड़ से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने 23,000 लोगों पर अध्ययन किया है। इसमें पाया गया कि आयुर्वेद से अस्थमा की बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है। बशर्ते इलाज की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाए। साथ ही खान-पान उसके अनुकूल हो।

    उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 के बीच पुणे में यह अध्ययन किया गया था। इस दौरान आयुर्वेदिक पद्धति से अस्थमा के मरीजों का इलाज किया गया। अध्ययन में यह देखा गया कि अस्थमा की बीमारी ठीक हो गई। उन्होंने कहा कि बीमारी ठीक होने के बाद अस्थमा की दवाएं दोबारा लेने की जरूरत नहीं पड़ती।

    ऐसे होता है इलाज

    डॉ. तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि इलाज की शुरुआत में मरीज को पंचकर्मा से गुजरना पड़ता है। इस दौरान मरीज के शरीर के अंदर मौजूद सभी हानिकारक तत्वों की सफाई हो जाती है। इसके अलावा मरीज को बेहतर खान-पान का इस्तेमाल करने व प्रदूषण से बचाने की सलाह दी जाती है। इलाज तभी कारगर होगा, जब इन नियमों का पूरा पालन किया जाए।

    2.5 फीसद आबादी अस्थमा से पीड़ित है

    गौरतलब है कि सांस की बीमारी, मौत के बड़े कारणों में से एक है। एक अनुमान के मुताबिक, देश में करीब 2.50 फीसद लोग अस्थमा की बीमारी से पीड़ित हैं। इससे पीड़ित ज्यादातर लोग एलोपैथिक इलाज कराते हैं। आपात स्थिति में ये दवाएं मरीजों की जान बचाने में तो कारगर साबित होती हैं, लेकिन मरीजों को हमेशा दवाएं लेनी पड़ती है। ऐसे में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का दावा अस्थमा पीड़ितों के लिए राहत की बात साबित हो सकती है।