Fog Effect: राजधानी व शताब्दी के यात्री भी बेहाल, नए साल पर 50 से ज्यादा ट्रेनें देरी से पहुंची
Fog Effect रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक कोहरे की वजह से रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। समूचा उत्तर भारत भीषण ठंड के साथ कोहरे की मार भी झेल रहा है। ऐसे में कोहरे से सबसे ज्यादा प्रभावित ट्रेन यात्री हो रहे हैं। समाचार एजेंसी एनएनआइ के मुताबिक, दिल्ली आने जाने वाली 21 ट्रेनें कोहरे के चलते देरी से चल रही हैं।
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, कोहरे की वजह से रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। नए साल के पहले दिन भी दिल्ली आने वाली 50 से ज्यादा ट्रेनें देरी से पहुंची। विलंब से गंतव्य पर पहुंचने के कारण राजधानी व शताब्दी सहित 14 ट्रेनों के समय में बदलाव करना पड़ा। आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ने की संभावना है।
कड़ाके की सर्दी में लोगों को प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी उन यात्रियों को हो रही है, जिनकी ट्रेन सुबह या रात में रवाना होती है। स्टेशन पर पहुंचने के बाद उन्हें मालूम चलता है कि उनकी ट्रेन देरी से रवाना होगी। बुधवार को दुर्ग हमसफर लगभग चार घंटे की देरी से रवाना हुई। वहीं, चंडीगढ़ शताब्दी लगभग साढ़े तीन घंटे की देरी से दिल्ली पहुंची, जिस कारण सवा दो घंटे के विलंब से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई। सियालदह राजधानी पौने तीन घंटे, अगरतला राजधानी तीन घंटे, भुवनेश्वर राजधानी ढाई घंटे और कोलकाता राजधानी पौने दो घंटे की देरी से रवाना हुई।
महाकौशल एक्सप्रेस सात घंटे की देरी से हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंची। वापसी में यह लगभग साढ़े पांच घंटे की देरी से रवाना हुई। श्रीधाम एक्सप्रेस पौने चार घंटे और बिहार संपर्क क्रांति ढाई घंटे की देरी से रवाना हुई। इसी तरह से कई अन्य ट्रेनें अपने निर्धारित समय से एक से दो घंटे की देरी से रवाना हुई। अधिकारियों का कहना है कि देर रात व सुबह कोहरे की वजह से दृश्यता कम हो जाती है। ट्रेनों की रफ्तार कम करनी पड़ती है। इस वजह से ट्रेनें विलंब से गंतव्य पर पहुंच रही हैं।