क्यों चर्चा में है कोविड 19 का नया सब वैरिएंट NB.1.8.1? WHO की भी नजर
कोविड-19 का नया सब वैरिएंट एनबी.1.8.1 इन दिनों चर्चा में है जो तेजी से फैल सकता है। यह ओमिक्रॉन परिवार से है और शुरुआती आँकड़ों के अनुसार संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं है जो राहत की बात है। डब्ल्यूएचओ इस पर नजर रख रहा है क्योंकि इसके प्रसार से वैक्सीन और इलाज पर असर पड़ सकता है।

जेएनएन, नई दिल्ली। कोविड-19 का नया सब वैरिएंट एनबी.1.8.1 इन दिनों काफी चर्चा में है। माना जा रहा है कि यह काफी तेजी से बड़े पैमाने पर लोगों को संक्रमित कर सकता है। हाल में आए दूसरे स्ट्रेन की तरह ही यह भी ओमिक्रॉन परिवार से है।
शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि यह तेजी से फैल रहा है लेकिन जरूरी नहीं है कि संक्रमण ज्यादा गंभीर हो। लोगों के लिए यह राहत की बात है। आइए नए वैरिएंट के बारे में विस्तार से जानते हैं?
डब्ल्यूएचओ की है नजर
एनबी.1.8.1 सार्स-सीओवी-2 वायरस का नया स्ट्रेन है। इससे कोविड-19 होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे वैरिएंट आफ कंसर्न के तौर पर वर्गीकृत नहीं किया है लेकिन इसके तेज प्रसार और संभावित प्रभाव की वजह से स्वास्थ्य अधिकारी इस पर नजर रख रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने पिछले सप्ताह इसे वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग (वीयूएम) नामित किया है। वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग का मतलब जब एनबी.1.8.1 जैसा कोविड का स्ट्रेन डब्ल्यूएचओ द्वारा वीयूएम घोषित किया जाता है तो इसका मतलब है कि विशेषज्ञों ने वायरस की जेनेटिक संरचना में कोई बदलाव देखा है।
इससे वैरिएंट के प्रसार, इसकी गंभीरता और हमारी मौजूदा वैक्सीन और इलाज इसके खिलाफ कितनी अच्छी तरह से काम करेगा, इस पर असर पड़ सकता है। किसी वैरिएंट पर नजर रखी जा रही है तो इसका यह मतलब नहीं है कि वैरिएंट खतरनाक है। इसका सिर्फ इतना मतलब है कि वैज्ञानिक इस पर इसलिए नजर रख रहे हैं कि इसमें कोई खास बदलाव तो नहीं हुआ है और यह स्वास्थ्य के लिए कितना बड़ा खतरा है।
कोविड के इन लक्षणों पर रखें नजर - लगातार कफ आना - गला खराब होना- थकान - सिर दर्द - भूख न लगना- धुंधला दिखना - मतली - किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होनाएक रिपोर्ट के अनुसार इस वैरिएंट से संक्रमित कुछ लोगों को लंबे समय तक लो ग्रेड हाइपरथर्मिया (बुखार नहीं) की शिकायत मिली है।
बुखार के विपरीत लो-ग्रेड हाइपरथर्मिया में शरीर का तापमान बढ़ा रहता है लेकिन थर्मामीटर में यह बदलाव दर्ज नहीं होता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को महसूस होता है कि उसका शरीर सामान्य से अधिक गर्म है लेकिन यह बुखार नहीं होता है। क्या आपको चिंतित होना चाहिए एनबी.1.8.1 की वजह से कोविड के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन ज्यादातर लोगों में संक्रमण हल्का है।
स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं, जिनकी इम्युनिटी कमजोर है या जिनको पहले से कोई बीमारी है। इससे गंभीर बीमारी का खतरा काफी कम हो जाता है।
आपको क्या करना चाहिए?
अपडेट रहें: स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा वैरिएंट के प्रसार और इसके असर के बारे में जारी की जाने वाली जानकारी पर नजर रखें।
वैक्सीन लगवाएं: अगर आपकी इम्युनिटी कमजोर है तो सुरक्षा बढ़ाने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज लें। स्वच्छता का ध्यान रखें: साबुन से हाथ धोएं और भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क लगाएं।
लक्षणों पर नजर रखें: अगर आपको किसी लक्षण का अनुभव होता है तो कोविड टेस्ट कराएं और स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस का पालन करें।
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