Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कौन हैं नैनार नागेंद्रन? अन्नामलाई के बाद इन्हें मिल सकती है तमिलनाडु बीजेपी की कमान

    नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक दल के नेता हैं। 19 मई 2001 से 12 मई 2006 तक उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में एआईएडीएमके की ओर से तमिलनाडु के मंत्री के रूप में कार्य किया। अन्नामलाई एल मुरुगन पोन राधाकृष्णन और पार्टी विधायक और महिला मोर्चा अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा।

    By Digital Desk Edited By: Chandan Kumar Updated: Fri, 11 Apr 2025 04:11 PM (IST)
    Hero Image
    तमिलनाडु के तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक नैनार नागेंद्रन। (फोटो सोर्स- एक्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक नैनार नागेंद्रन ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। वर्तमान में राज्य उपाध्यक्ष नागेंद्रन पहले AIDMK में थे। वह टी नगर में भाजपा के राज्य मुख्यालय कमलालयम में पहुंचने वाले पहले उम्मीदवार थे और नामांकन दाखिल किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पार्टी ने कहा कि उनके नाम का प्रस्ताव मौजूदा पार्टी प्रमुख के अन्नामलाई, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन और पार्टी विधायक और महिला मोर्चा अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने रखा। अन्नामलाई के बाद नागेंद्रन को बीजेपी के नए राज्य अध्यक्ष के रूप में घोषित किए जाने की संभावना है।

    कौन हैं नैनार नागेंद्रन?

    नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक दल के नेता हैं। 19 मई 2001 से 12 मई 2006 तक, उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में एआईएडीएमके की ओर से तमिलनाडु के मंत्री के रूप में कार्य किया।

    वह 3 जुलाई 2020 से भारतीय जनता पार्टी तमिलनाडु (TNBJP) के उपाध्यक्ष हैं। उल्लेखनीय है कि उन्होंने 2006 और 2011 में अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के उम्मीदवार के रूप में और 2021 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से तमिलनाडु विधानसभा चुनाव जीता था।

    (पीटीआई इनपुट के साथ)

    यह भी पढ़ें: 'अगर ईडी के पास मौलिक अधिकार है तो, उसे...', सुप्रीम कोर्ट ने जांच एजेंसी को क्यों लगाई फटकार?