नयनतारा ने कहा- असहिष्णुता नहीं प्रत्यक्ष तानाशाही का सामना कर रहा है देश
अभिनेता निर्देशक अमोल पालेकर को रोके जाने और उन्हें अपनी बात पूरी नहीं करने देने की कई अवार्ड से सम्मानित लेखिका नयनतारा सहगल ने आलोचना की है।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 12:36 AM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 12:36 AM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। मुंबई में नेशनल गैलरी ऑफ माडर्न आर्ट में भाषण के दौरान अभिनेता निर्देशक अमोल पालेकर को रोके जाने और उन्हें अपनी बात पूरी नहीं करने देने की कई अवार्ड से सम्मानित लेखिका नयनतारा सहगल ने आलोचना की है।
लेखिका ने कहा है कि देश कहीं भी असहिष्णुता का नहीं बल्कि प्रत्यक्ष तानाशाही का सामना कर रहा है। अभिनेता-निर्देशक पालेकर ने अपने भाषण में सरकार की आलोचना की थी।
नयनतारा ने कहा कि इस सरकार की लोगों को स्वतंत्र रूप से बोलने से रोकने की आदत बन चुकी है। हम सभी ने देखा है कि मोदी सरकार ने सृजनात्मक कल्पना के साथ कैसा व्यवहार किया है। वे इसके साथ सहज नहीं हैं क्योंकि वे स्वतंत्र चिंतन पर काबू नहीं पा सकते। वे केवल लोगों को बोलने से रोक रहे हैं और प्रतिबंध लगा रहे हैं। नेहरू-गांधी परिवार की सदस्य नयनतारा आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की धुर आलोचक थीं।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें