नक्सलियों का जनपितुरी सप्ताह शुरू, श्रद्धांजलि सभा के बहाने गांवों में करते हैं अपना संगठन मजबूत, फोर्स भी अलर्ट
जून 2020 से जून 2021 के बीच दंतेवाड़ा में नक्सलियों पर जवान भारी रहे। नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र पोटाली टेटम चिकपाल झिरका बारसूर पल्ली जैसे क्षेत्र में नक्सलियों की पकड़ कमजोर हुई। इन गांवों तक सड़क बनने से क्षेत्र जवानों के कब्जे में आ गए हैं।

दंतेवाड़ा, जेएनएन। शनिवार से नक्सलियों का जनपितुरी सप्ताह शुरू हो गया है। यह 11 जून तक चलेगा। इस दौरान वे मुठभेड़ों में मारे गए नक्सलियों की श्रद्धांजलि सभा के बहाने गांवों में अपना संगठन मजबूत करते हैं। ग्रामीणों को एकत्र कर फोर्स पर बड़ा हमला भी करते हैं। इसके चले पुलिस अलर्ट हो गई है। टीसीओसी (टेक्निकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन) के बाद अब जनपितुरी में भी दंतेवाड़ा में नक्सलियों का दांव उल्टा पड़ सकता है।
जून 2020 से जून 2021 के बीच दंतेवाड़ा में नक्सलियों पर जवान भारी रहे। नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र पोटाली, टेटम, चिकपाल, झिरका, बारसूर, पल्ली जैसे क्षेत्र में नक्सलियों की पकड़ कमजोर हुई। इन गांवों तक सड़क बनने से क्षेत्र जवानों के कब्जे में आ गए हैं। नक्सली इन्हीं क्षेत्रों में अपने बंद के दौरान बैठक-सभा करते थे। अब ये क्षेत्र नक्सल मुक्त की ओर बढ़ रहे हैं।
एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा है कि नक्सलियों के जनपितुरी सप्ताह को देखते हुए सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। आरपीएफ को भी रेलवे ट्रैक पर नजर रखने कहा गया है।
बस्तर के आइजी पी सुंदरराज ने बताया कि हम विकास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। बस्तर की जनता नक्सलियों को अच्छे से समझ चुकी है। नक्सली जनपितुरी में किसी वारदात को अंजाम न दे सकें, इसकी पूरी तैयारी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।