Indian Navy: नौसेना प्रमुख ने चीन को बताया कठिन चुनौती, कहा- विरोधियों के साथ युद्ध से इन्कार नहीं
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने भारत की नौसेना क्रांति उभरती समुद्रीय शक्ति विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि चीन एक कठिन चुनौती बना हुआ है। इसने न सिर्फ भारत की स्थल सीमा पर बल्कि समुद्री क्षेत्र में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाई है।

नई दिल्ली, एजेंसियां: चीन एक कठिन चुनौती बना हुआ है। इसने न सिर्फ भारत की स्थल सीमा पर बल्कि समुद्री क्षेत्र में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। ये बातें नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने भारत की नौसेना क्रांति: उभरती समुद्रीय शक्ति' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र (आइओआर) में नियमित रूप से नजर रखे हुए है।
फौज का आधुनिकीकरण में जुटा है पाकिस्तान
भारत पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि आर्थिक संकट के बावजूद उसने अपना सैन्य आधुनिकीकरण जारी रखा है। इन पारंपरिक सैन्य चुनौतियों के कायम रहने के साथ ही आतंकवाद भी एक बड़ा खतरा है। इसका दायरा बढ़ रहा है। एडमिरल कुमार ने कहा कि प्रतिदिन के आधार पर प्रतिस्पर्धा हो रही है। ऐसे में विरोधियों के साथ युद्ध से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने मंच पर बातचीत में कहा कि चीन हिंद महासागर में 2008 से है और जिबौती में एक सैन्य अड्डा भी बनाया है। साथ ही वह श्रीलंका, म्यांमार और पाकिस्तान सहित अन्य देशों के समुद्र तटों पर भी विभिन्न बंदरगाह विकसित कर रहा।
Indian Navy will be "completely" self-reliant by 2047, says Chief of Naval Staff Admiral R Hari Kumar
— Press Trust of India (@PTI_News) September 20, 2022
2047 तक नौसेना को पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि पिछले सात वर्षों में कमीशन किए गए 29 जहाजों का निर्माण देश में ही किया गया। वर्तमान में निर्माणाधीन 40 जहाजों में से 38 भारतीय शिपयार्ड में ही बनाए जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि नौसेना 2047 तक पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाए।
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