नौसेना ने यमन से बचाए 38 भारतीय, 12 अभी लापता
फंसे लोगों की ओर से मिले संदेश के बाद नौसेना ने शनिवार को अदन की खाड़ी के नजदीक मौजूद अपने युद्धपोत आइएनएस सुनयना को सोकोत्रा द्वीप की ओर रवाना किया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र : यमन के नजदीक सोकोत्रा द्वीप में फंसे 38 भारतीयों को रविवार को भारतीय नौसेना ने सुरक्षित निकाल लिया। ये लोग इलाके में आए भयंकर समुद्री तूफान के कारण दस दिनों से द्वीप में फंसे हुए थे। वहां उनके लिए पानी और खाने का संकट पैदा हो गया था। तूफान पीडि़त 12 लोग अभी लापता हैं।
फंसे लोगों की ओर से मिले संदेश के बाद नौसेना ने शनिवार को अदन की खाड़ी के नजदीक मौजूद अपने युद्धपोत आइएनएस सुनयना को सोकोत्रा द्वीप की ओर रवाना किया था। उम्मीद जताई जा रही थी कि रविवार को युद्धपोत द्वीप के तट पर पहुंच जाएगा। उम्मीद से पहले ही युद्धपोत रविवार सुबह द्वीप के तट पर जा पहुंचा और खराब मौसम के बावजूद वहां फंसे सभी 38 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया गया। यह जानकारी नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दी है। इस बचाव अभियान को ऑपरेशन निस्तर का नाम दिया गया था।
प्रवक्ता के अनुसार पोत पर पहुंचते ही लोगों की सबसे पहले उनके परिजनों से टेलीफोन पर बात कराई गई जिससे वे अपनी कुशल-क्षेम के बारे में बता सकें। युद्धपोत अब सभी लोगों को लेकर भारत आ रहा है, पोरबंदर से सभी पीडि़तों को उनके घर भेजा जाएगा। प्रवक्ता के अनुसार तीन नावों में सवार भारतीय 24 मई को आए तूफान के बीच इलाके में फंस गए थे। उनकी नावें क्षतिग्रस्त होकर डूब गईं। उनमें सवार 12 लोग अभी लापता हैं। नौसेना ने सूचना मिलने पर 28 और 29 मई को उनकी तलाश के लिए उड़ान भी भरी लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ।