Cyclone Fani: Air India ने तूफान पीडितों के लिए मदद की पेशकश, ऐसे कर सकते हैं सहयोग
Cyclone Fani से सबसे ज्यादा तबाही ओडिशा राज्य में हुई। वहां तीनों सेनाओं एनडीआरएफ और एनजीओ द्वारा राहत-बचाव कार्य जारी है। जानें- आप कैसे कर सकते हैं तूफान पीड़ितों की मदद?
नई दिल्ली, जेएनएन। चक्रवाती तूफान फानी (Cyclone Fani) ने शुक्रवार को पूरे दिन भारत के समुद्र तटीय इलाकों में जमकर उत्पाद मचाया। तूफान की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान ओडिशा राज्य में हुआ है। तूफान की वजह से शुक्रवार को ओडिशा के पुरी में 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 160 लोग घायल हुए थे। राज्य में बिजली, परिवहन और दूरसंचार सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं। ऐसे में अब Air India एयरलाइंस ने तूफान पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढाएं हैं। एयर इंडिया की इस मुहिम से जुड़कर आप भी तूफान पीड़ितों की मदद कर सकते हैं।
एयर इंडिया ने ओडिशा के बाढ़ पीड़ितों के लिए आगे आते हुए घोषणा की है कि अगर कोई भी एनजीओ, सिविल सोसायटी या संगठन आदि ओडिशा के तूफान प्रभावित एरिया में राहत सामग्री भेजना चाहता है, तो एयरलाइंस उसे मुफ्त में पहुंचाने में मदद करेगा। एयर इंडिया के जरिए फ्री में ओडिशा के तूफान प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजने के लिए संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था को दिल्ली स्थित ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर ऑफिस से संपर्क करना होगा।
इतना ही नहीं एयर इंडिया ने फानी तूफान से पीड़ित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने और प्रभावित एरिया से निकालने के लिए अतिरिक्त विमानों की व्यवस्था भी की है। एयर इंडिया ने आज (शनिवार) को दोपहर 3:00 बजे दिल्ली से भुवनेश्वनर और शाम 5:45 बजे भुवनेश्वर से दिल्ली उड़ान का समय तय किया है। एयरलाइंस के अनुसार कोई भी व्यक्ति एयर इंडिया का मान्य टिकट लेकर इस रूट पर यात्रा करने के लिए एयरपोर्ट पहुंच सकता है।
मालूम हो कि तूफान फानी की वजह से ओडिशा राज्य में कई भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। भुवनेश्वर स्थित बिजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा ओडिशा समेत दक्षित भारत की तरफ जाने वाली 100 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन निरस्त कर दिया गया था। तूफान का असर भारत के लगभग हर राज्य पर तेज हवा और बारिश के तौर पर देखने को मिला था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को बताया कि 1.2 मिलियन (12 लाख) लोगों को पिछले 24 घंटे में प्रभावित एरिया से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। इनमें से 3.2 लाख लोग गंजम और 1.3 लाख लोग पुरी के हैं। तूफान पीड़ितों की मदद के लिए राज्य में 9000 से ज्यादा सार्वजनिक शरणार्थी शिविर और 7000 से ज्यादा सार्वजनिक किचन स्थापित किए गए हैं। 45 हजार से ज्यादा स्वंय सेवक तूफान पीड़ितों की मदद के लिए राज्य राहत शिविरों व सार्वजनिक किचनों में काम कर रहे हैं।
पूर्वोत्तर में 81 उड़ानें निरस्त
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airport Authority of India) के पूर्वोत्तर रीजन के मुख्यालय के अनुसार तूफान फानी की वजह से कुल 81 उड़ानें प्रभावित हुई हैं। सबसे ज्यादा 59 फ्लाइट्स गुवाहाटी से निरस्त की गई हैं। इसके अलावा अगरतला से आठ, दिमापुर से दो, लिलाबारी से दो, डिब्रुगढ़ से चार और इम्फाल से छह उड़ानों को फानी तूफान की वजह से निरस्त किया गया है।
एनडीआरएफ की 65 टीमें तैनात
एनडीआरएफ के अनुसार फानी तूफान को देखते हुए पहले से ही उनकी 65 टीमों को आपदा संभावित जगहों पर राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात कर दिया गया था। एनडीआरएफ की सबसे ज्यादा 44 टीमोंको ओड़िशा में, नौ टीमों को पश्चिम बंगाल में और तीन टीमों को आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया था। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड व मेघालय में एनडीआरएफ की एक-एक टीम और झारखंड, केरल व तमिलनाडु में एनडीआरएफ की दो-दो टीमों को तैनात किया गया था।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप