International Women's Day 2020: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित
International Womens Day 2020 अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। इस खबर के माध्यम से जाने पुरस्कृत महिलाओं के बारे विस्तार से-

नई दिल्ली, एएनआइ। हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर देश-दुनिया में महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाया जाता है, आज के इस अवसर पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उन महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार दिया, जिन्होंने महिलाएं सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक सहित अन्य क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है। आपको बता दे कि नारी शक्ति पुरस्कार 2022 भारत सरकार की एक पहल है, जिसके तहत महिलाओं को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाता है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने किया सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय और उत्कृष्ट काम करने वाली 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति ने इन महिलाओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया
अनीता गुप्ता
राष्ट्रपति कोविंद ने ग्रामीण और वंचित महिलाओं को सशक्त बनाने में उनके योगदान के लिए अनीता गुप्ता को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। अनीता गुप्ता भोजपुर, बिहार की एक सामाजिक उद्यमी (एंटरप्रेन्योर) हैं, जिन्होंने 50 हजार से अधिक वंचित ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित किया है।
आरती राणा
राष्ट्रपति कोविंद ने आरती राणा को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। आरती राणा उत्तर प्रदेश के खीरी की एक हथकरघा बुनकर और शिक्षिका हैं , उन्होंने 800 से अधिक थारु महिलाओं को शिल्प का प्रशिक्षण दिया है और 150 महिला स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की है, जिससे आदिवासी बुनकर महिलाओं की आय में वृद्धि हुई है।
डा इला लोध
राष्ट्रपति कोविंद ने महिलाओं के स्वास्थ्य, विशेष रूप से हाशिए पर रहने वालों के लिए उनके योगदान के लिए डा इला लोध (मरणोपरांत) को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्किमानित किया। यही नहीं उन्होंने त्रिपुरा के हेपेटाइटिस फाउंडेशन की भी स्थापना की है।
जया मुथु और तेजम्मा
राष्ट्रपति कोविंद ने जया मुथु और तेजम्मा को नीलगिरी, तमिलनाडु की सदियों पुरानी जटिल टोडा कढ़ाई को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया।
जोधैया बाई बैगा
राष्ट्रपति कोविंद ने आदिवासी बैगा कला को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए जोधैया बाई बैगा को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जनजातीय संस्कृतियों को कैनवास पर चित्रित करते हुए, जोधैया बाई बैगा के काम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इटली और फ्रांस में प्रदर्शित किया जा चूका है।
मीरा ठाकुर
राष्ट्रपति कोविंद ने अद्वितीय सिक्की घास कला को बढ़ावा देने और पंजाब में वंचित महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मीरा ठाकुर को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्किमानित किया। वह सिक्की ग्रास आर्ट का मुफ्त प्रशिक्षण देती हैं और 400 से अधिक वंचित महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुकी हैं।
नसीरा अख्तर
राष्ट्रपति कोविंद ने पर्यावरण संरक्षण में जमीनी स्तर पर नवाचार के लिए नसीरा अख्तर को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। नसीरा कुलगाम, जम्मू और कश्मीर की रहने वाली हैं, उन्होंने एक जड़ी-बूटी विकसित की जो पालिथीन को राख में बदल देती है, जिससे पालीथिन बायोडिग्रेडेबल हो जाती है।
निवृति राय
राष्ट्रपति कोविंद ने प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता के लिए निवृति राय को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। निवृति इंटेल इंडिया की कंट्री हेड हैं, उन्होंने सेमीकंडक्टर चिप्स विकसित किए जो कम बिजली की खपत करते हैं, इसके अलावा,उन्होंने नए ग्रामीण कनेक्टिविटी का समाधान किया,जो कि लागत प्रभावी हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन प्रदान करते हैं।
सायली नंदकिशोर
राष्ट्रपति कोविंद ने डाउन सिंड्रोम के कारण कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद भारतीय शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा देने के लिए सायली नंदकिशोर अगवने को नारी शक्ति पुरस्कृत किया। सायली एक कथक नृत्यांगना हैं और उन्हें भारत और विदेशों में पहचान मिली है।
संध्या धर
राष्ट्रपति कोविंद ने दिव्यांगजन अधिकारों के प्रति उनके योगदान और समर्पण के लिए संध्या धर को नारी शक्ति पुरस्कार दिया। संध्या ने 2015 में 'जम्मू इंस्टीट्यूट आफ जनरल एजुकेशन एंड रिहैबिलिटेशन' की स्थापना की जो दिव्यांगजन और वंचित बच्चों के लिए कक्षाएं संचालित करता है।
टिफनी बराड़
राष्ट्रपति कोविंद ने दृष्टिबाधित ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए टिफनी बराड़ को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने ज्योतिर्गमय फाउंडेशन और केरल में एक मोबाइल ब्लाइंड स्कूल की स्थापना की। उन्होंने 200 से अधिक नेत्रहीन व्यक्तियों को ब्रेल, कंप्यूटर और अन्य कौशल में प्रशिक्षण प्रदान किया है।
उषाबेन दिनेशभाई वसावा
राष्ट्रपति कोविंद ने उषाबेन दिनेशभाई वसावा को जैविक खेती में उनके योगदान के लिए नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। गुजरात में एक आदिवासी कार्यकर्ता के रूप में, उन्होंने 500 महिलाओं को भूमि का अधिकार सुनिश्चित किया है। वह महिला किसानों को उर्वरक उपयोग और तकनीक आधारित खेती पर प्रशिक्षण प्रदान करती हैं।
वनिता जगदेव बोराडे
राष्ट्रपति कोविंद ने वन्यजीव संरक्षण विशेषकर सांपों को बचाने के लिए वनिता जगदेव बोराडे को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। 50,000 से अधिक सांपों को उनके प्राकृतिक आवास में बचाकर, बुलढाणा, महाराष्ट्र की वनिता को 'स्नेक फ्रेंड' और फर्स्ट वुमन स्नेक रेस्क्यूअर के रूप में जाना जाता है।
बटूल बेगम
राष्ट्रपति कोविंद ने भारतीय लोक संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए बटूल बेगम को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। जयपुर की एक मांड और भजन लोक गायिका, वह राजस्थानी लोक धुनों में माहिर हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संगीत कार्यक्रमों का प्रदर्शन करती हैं।
अंशुल मल्होत्रा
राष्ट्रपति कोविंद ने वंचित ग्रामीण महिलाओं को हथकरघा बुनाई और हिमाचल हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए अंशुल मल्होत्रा को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने 200 वंचित ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त हथकरघा बुनाई प्रशिक्षण प्रदान किया है।
कमल कुम्भर
राष्ट्रपति कोविंद ने पशुपालन में महिलाओं की उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कमल कुम्भर को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। उस्मानाबाद की एक उद्यमी, उसने सूक्ष्म व्यवसाय शुरू करने में 5 हजार महिलाओं की मदद की है और 3हजार घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मधुलिका रामटेके
राष्ट्रपति कोविंद ने महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के प्रयासों के लिए मधुलिका रामटेके को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ की एक सामाजिक कार्यकर्ता, उन्होंने 'माँ बम्लेश्वरी बैंक' की शुरुआत की, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित है, और अब इसकी 5,372 शाखाएं हैं।
नीना गुप्ता
राष्ट्रपति कोविंद ने नीना गुप्ता को गणित में उनकी उत्कृष्टता के लिए नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता में एक प्रोफेसर, उन्होंने 70 साल पुरानी ज़ारिस्की रद्दीकरण समस्या को हल किया है। वह युवा गणितज्ञों के लिए 'रामानुजन पुरस्कार' की विजेता भी हैं।
नीरजा माधव
राष्ट्रपति कोविंद ने नीरजा माधव को हिंदी साहित्य के माध्यम से हाशिए के लोगों के लिए उनके काम के सम्मान में नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। उत्तर प्रदेश की एक हिंदी लेखिका, उन्होंने हिजड़ों और तिब्बती शरणार्थियों के लिए विश्व शांति, अधिकारों और आरक्षण को बढ़ावा दिया है।
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