Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

जेएनयू विवादः मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उनके मुताबिक, अगर राहुल को अलगाववादी मानसिकता से इतना प्यार है तो अपने AICC के कार्यालय में अलगाववादियों व आतंकियों की प्रतिमा लगा दें और प्रतिदिन जाकर उस पर फूल माला चढ़ा कर नतमस्तक हों।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Sun, 14 Feb 2016 01:25 PM (IST)
Hero Image

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उनके मुताबिक, अगर राहुल गांधी को अलगाववादी मानसिकता से इतना प्यार है तो अपने AICC के कार्यालय में अलगाववादियों व आतंकियों की प्रतिमा लगा दें और प्रतिदिन जाकर उस पर फूल माला चढ़ा कर नतमस्तक हों।

उन्होंने कहा कि देश कभी भी विभाजनकारी मानसिकता नहीं बर्दाश्त कर सकता है।

इस बीच, भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने जेएनयू मामले पर कहा कि इस तरह की घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए, लेकिन राहुल गांधी इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।

वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में आतंकी अफजल गुरु के समर्थन और भारत विरोधी नारेबाजी पर छात्र संघ अध्यक्ष और भाकपा की छात्र इकाई के नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर केंद्रीय राजनीति गरमा गई है। वाम दल, कांग्रेस, जदयू समेत प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्र विरोधी प्रदर्शन में शामिल छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करते दिखे। वाम दलों समेत कई पार्टियों के नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का दरवाजा खटखटाया। साथ ही, यह आरोप भी लगाया कि आपातकाल जैसी स्थिति पैदा होने लगी है। वहीं खुद राजनाथ ने निर्दोष लोगों को आश्वस्त करते हुए फिर दोहराया कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

विगत 9 फरवरी को जेएनयू में जिस तरह भारत विरोधी नारे लगाए गए, उसके विरोध में तो कोई भी विपक्षी राजनीतिक दल खड़ा नहीं हो रहा। लेकिन कांग्र्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा सचिव डी राजा, जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी व अन्य ने आरोप लगाया कि छात्रों पर राजनीति के तहत कार्रवाई हो रही है। शनिवार की शाम राहुल गांधी भी जेएनयू पहुंचे। इस दौरान एबीवीपी के नेताओं ने राहुल को काले झंडे भी दिखाए।

पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ वहां शनिवार को हुए 2000 छात्रों और शिक्षकों के प्रदर्शन में शामिल होकर राहुल ने मोदी सरकार को हिटलर बताते हुए कहा कि ज्यादा राष्ट्रविरोधी वह लोग हैं जो इस इस संस्थान के छात्रों की आवाज को दबा रहे हैं। सबके पास अपना विरोध दर्ज करने का अधिकार है। भारत इसीलिए प्रगति कर रहा है क्योंकि अधिक से अधिक लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं। छात्रों के इस प्रदर्शन में येचुरी और राजा भी शामिल हुए।

दूसरी तरफ भाजपा ने कांग्रेस समेत उन विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लिया जो गिरफ्तार छात्र नेता के समर्थन में हैैं। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आगाह किया कि देशहित पर राजनीति न करें। जेएनयू में जिस तरह एक आतंकी के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित किया गया और फिर भारत विरोधी नारे लगे वह किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है। राजनीतिक विचार अलग हो सकते हैैं लेकिन देश में कोई बिखराव बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने सीधे राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी-जंग रहेगी का नारा लगाने वाले राष्ट्रविरोधी लोगों के समर्थन में राहुल गांधी वहां हैं। राहुल आतंकी हाफिज सईद की भाषा में बात कर रहे हैैं। सईद ने भी जेएनयू के उस कार्यक्रम का स्वागत किया था।

पढ़ेंः जेएनयू में कोई राष्ट्रद्रोही नहीं हो सकता: आजम