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    Nankana Sahib: भारत से सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान पहुंचा, सुरक्षा में लगा भारतीय दूतावास

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Mon, 07 Nov 2022 10:52 AM (IST)

    Nankana Sahib Guruparab गुरु नानक जयंती समारोह में शामिल होने के लिए सिख श्रद्धालुओं के कई जत्थे रविवार को अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान पहुंचे। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की संख्या करीब 2500 के आसपास हो सकती है।

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    अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान पहुंचा सिख श्रद्धालुओं का जत्था

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। ननकाना साहिब में आठ नवंबर को गुरु नानक जयंती समारोह में शामिल होने के लिए सिख श्रद्धालुओं के कई जत्थे रविवार को अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान पहुंचे। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की संख्या करीब 2,500 के आसपास हो सकती है। पाकिस्तान के ईटीपीबी के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने बताया कि रविवार को गुरु नानक की जयंती में शामिल होने के लिए भारत से 2,500 से अधिक सिख श्रद्धालु लाहौर पहुंचे हैं। उन्हें ट्रेन से ननकाना साहिब ले जाया गया।

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    वहीं पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय जत्थे गुरुपरब के लिए पाकिस्तान जा रहे हैं, उनकी सुरक्षा के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय किया जा रहा है। पाकिस्तान के विभिन्न गुरुद्वारों में उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए कांसुलर टीम कार्य कर रही है।

    तीर्थयात्रियों के लिए सौभाग्य की बात

    भारत में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य मनजीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव के प्रकाश गुरुपर्व को मनाने के लिए दुनियाभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गुरु नानक देव के जन्मस्थान यानी ननकाना साहिब समारोह का आयोजन सौभाग्य की बात है। उसका हिस्सा होना तीर्थयात्रियों के लिए बहुत ज्यादा ही सौभाग्य की बात है।

    पाकिस्तान में ऐसा होगा कार्यक्रम

    एसजीपीसी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि तीर्थयात्री पाकिस्तान में अन्य ऐतिहासिक सिख तीर्थस्थलों का भी दौरा करेंगे। सात नवंबर को तीर्थयात्रियों का जत्था शेखुपुरा स्थित गुरुद्वारा सच्चा सौदा में मत्था टेकेगा। सिख श्रद्धालु आठ नवंबर को गुरुद्वारा ननकाना साहिब में आयोजित समारोह में हिस्सा लेंगे। नौ नवंबर को हसन अब्दाल में गुरुद्वारा पंजा साहिब के लिए प्रस्थान करेंगे। 10 नवंबर को वहां रुकने के बाद 11 नवंबर को लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब पहुंचेंगे। जत्थे 15 नवंबर को वापस भारत लौटेंगे।