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    'मैं उनके जीवन की रक्षा करना चाहती हूं', अब मुस्लिम बेटी ने की प्रेमानंद महाराज को किडनी देने की पेशकश

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 07:15 AM (IST)

    एक मुस्लिम बेटी ने गंभीर रूप से बीमार संत प्रेमानंद महाराज को अपनी एक किडनी दान करने की पेशकश की है। यह घटना नरसिंहपुर जिले से जुड़ी है जहां बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर मेहनाज खान ने यह नेक पहल की है। संत प्रेमानंद महाराज न केवल एक धर्म विशेष के संत हैं बल्कि वे पूरे समाज को सही दिशा दिखाते हैं।

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    मुस्लिम बेटी ने की प्रेमानंद महाराज को किडनी देने की पेशकश (फाइल फोटो)

     जेएनएन, नरसिंहपुर। मानवता और धार्मिक सद्भाव का एक अद्भुत उदाहरण सामने आया है, जहां एक मुस्लिम बेटी ने गंभीर रूप से बीमार संत प्रेमानंद महाराज को अपनी एक किडनी दान करने की पेशकश की है। यह घटना नरसिंहपुर जिले से जुड़ी है, जहां बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर मेहनाज खान ने यह नेक पहल की है।

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    मुस्लिम बेटी ने की किडनी देने की पेशकश

    सोशल मीडिया के माध्यम से जब मेहनाज को पता चला कि संत प्रेमानंद महाराज को किडनी संबंधी गंभीर बीमारी है, तो उन्होंने तुरंत एक किडनी दान करने का फैसला किया, जो उनके अटूट विश्वास और मानवता के प्रति प्रेम को दर्शाता है।

    मेहनाज ने बताया कि संत प्रेमानंद महाराज न केवल एक धर्म विशेष के संत हैं, बल्कि वे पूरे समाज को सही दिशा दिखाते हैं। उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा है, और मैं उनके जीवन की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकती हूं।

    प्रेमानंद महाराज के लिए लंबी आयु की दुआ मांगी

    शुक्रवार की नमाज में दुआ मेहनाज ने इस नेक कार्य की शुरुआत अपनी आस्था के साथ की। शुक्रवार को उन्होंने विशेष नमाज अदा की और उसमें संत प्रेमानंद महाराज के लिए लंबी आयु और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की दुआ मांगी। उनका यह कदम यह दर्शाता है कि सच्चा धर्म मानवता की सेवा करना सिखाता है और ईश्वर की प्रार्थना किसी भी व्यक्ति के लिए की जा सकती है, चाहे वह किसी भी धर्म का हो।

    सामाजिक सद्भाव का संदेश है मेहनाज खान का कदम

    सामाजिक सद्भाव का संदेश मेहनाज खान का यह कदम ऐसे समय में आया है, जब समाज में धार्मिक विभाजन की बातें अक्सर होती रहती हैं। यह खबर एक शक्तिशाली संदेश देती है कि प्रेम, भाईचारा और मानवता सभी धार्मिक सीमाओं से ऊपर हैं। उनका यह कार्य न केवल संत प्रेमानंद महाराज के लिए एक जीवनदायिनी भेंट है, बल्कि यह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

    हमारे देश की एकता की पहचान

    यह हमें याद दिलाता है कि जब हम एक-दूसरे के दुख में साथ खड़े होते हैं, तो समाज और भी मजबूत होता है। यह घटना दिखाती है कि प्रेम और करुणा के कार्य किसी भी धर्म से परे होते हैं और यही सच्चे मायने में हमारे देश की एकता की पहचान है।