MP Temple Dress Code: 'जींस, टॉप और मिनी स्कर्ट नहीं चलेगा', महिलाओं और पुरुषों के लिए 40 मंदिरों में ड्रेस-कोड लागू
मध्य प्रदेश के जबलपुर में 40 मंदिरों में श्रद्धालुओं से सांस्कृतिक रूप से उचित कपड़े पहनने के लिए कहने वाले पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर जारी करने वाले संगठन महाकाल संघ इंटरनेशनल बजरंग दल के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि श्रद्धालुओं को जींस टॉप मिनी स्कर्ट नाइट सूट और शॉर्ट्स नहीं पहनने चाहिए जबकि महिलाओं और लड़कियों को भी अपना सिर ढंकना चाहिए।

जेएनएन, जबलपुर। शहर के मंदिरों में अब प्रवेश को लेकर ड्रेसकोड लागू किया गया है। खासतौर पर युवती और महिलाओं के लिए। इन्हें मंदिरों मे हिंदू संगठनों के बताए ड्रेसकोड में आने पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इस तरह के जगह-जगह मंदिरों के आसपास पोस्टर लगाए गए हैं।
सावन में मंदिरों में पूजन के लिए आने वाली युवती और महिलाओं के लिए यह अपील की गई है। ये पोस्टर महाकाल समिति, हिंदू सेवा परिषद, अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने लगाए है, उनका कहना है कि जल्द ही समूच मध्य प्रदेश और फिर भारत में इस तरह की पोस्टर मंदिरों में लगे देखने मिलेंगे।
क्या लिखा है पोस्टर में
महाकाल संघ अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिर में लगाए हुए पोस्टर में निवेदन किया है कि मंदिर परिसर में भारतीय संस्कृति के अनुरुप ही कपड़े पहनकर प्रवेश करें, छोटे वस्त्र हाफ पैंट, बरमुडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, जींस-टाप आदि पहनकर आने पर मंदिर के बाहर ही दर्शन करने होगें। बालिकाएं एवं महिलाएं मंदिर परिसर में सिर ढककर ही प्रवेश करें। इसे अन्यथा ना लें। भारतीय संस्कृति आपको ही बचाना है। इसके अलावा पुरुषों को भी मर्यादा में रहते हुए कपड़े पहनकर आने को कहा गया है।
मंदिर में अभद्र कपड़े स्वीकार्य नहीं
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना अंकित मिश्रा ने बताया कि मंदिरों में जब महिलाएं अभद्र कपड़े पहन कर आती हैं, तब अन्य श्रद्धालुओं का ध्यान भी आकर्षित करती हैं, जो हमारी धार्मिक भावनाओं को कहीं ना कहीं ठेस पहुंचाने का भी काम करती हैं। इतना ही नहीं महिलाओं को हिंदू धर्म में शक्ति के रूप में पूजा जाता है। ऐसे में महिलाओं से भारतीय परंपरा के अनुसार ही वस्त्र पहनने की अपील संगठन ने की है। जिससे किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाएं आहत न हो।
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