ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए एमपी सरकार खरीदेगी 40 हजार इंजेक्शन, 50 हजार टेबलेट
मध्य प्रदेश में अभी ब्लैक फंगस के करीब 900 मरीज हैं। एक मरीज को 40 इंजेक्शन लगते हैं। प्रतिदिन चार इंजेक्शन लगाए जाते हैं। इस लिहाज से अभी प्रतिदिन 3600 इंजेक्शन की जरूरत है। हालत यह है हर दिन 13 सौ से 15 सौ इंजेक्शन ही मिल पा रहे हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जबकि इसके लिए जरूरी एंटी फंगल इंजेक्शन और दवाओं की भारी कमी है। ऐसे में प्रदेश में निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए सरकार 40 हजार एंटीफंगल इंजेक्शन और 50 हजार टेबलेट (गोलियां) खरीदेगी। मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ सप्लाई कारपोरेशन ने मंगलवार को इस संबंध में ग्लोबल कोटेशन आमंत्रित किए हैं। योजना के मुताबिक हफ्ते भर के भीतर कंपनियों से इंजेक्शन और टेबलेट खरीदी जाएंगी। कोटेशन के मुताबिक लाइपोसोमल एंफोटेरसिन बी इंजेक्शन 30 हजार डोज, पोसागोनाजोल टेबलेट 50 हजार और पोसागोनाजोल इंजेक्शन 10 हजार डोज खरीदने की लिए कोटेशन मंगाए हैं।
एमपी में ब्लैक फंगस के 900 मरीज, एक मरीज को 40 इंजेक्शन लगते हैं
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में अभी ब्लैक फंगस के करीब 900 मरीज हैं। एक मरीज को 40 इंजेक्शन लगते हैं। प्रतिदिन चार इंजेक्शन लगाए जाते हैं। इस लिहाज से अभी प्रतिदिन 3600 इंजेक्शन की जरूरत है। हालत यह है हर दिन 13 सौ से 15 सौ इंजेक्शन ही मिल पा रहे हैं। निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों में तो करीब 20 फीसद को ही इंजेक्शन मिल पा रहे हैं।
अभी इस तरह हो रही इंजेक्शन की खरीदारी
मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई कारपोरेशन के अधिकारियों ने कहा कि इन पोसोगानाजोल टेबलेट के लिए एक कंपनी से अनुबंध किया गया है, लेकिन एंफोटेरसिन के लिए अभी अनुबंध नहीं था। अभी कंपनियों से बात कर इंजेक्शन की खरीदारी की जा रही है। जरूरत के लिहाज से पर्याप्त इंजेक्शन की मांग कंपनियों से की जाती है, लेकिन कंपनियों के पास भी इसकी कमी है। इस वजह से इंजेक्शन खरीदारी के लिए ग्लोबल कोटेशन बुलाए गए हैं।
कोटेशन बुलाने का यही मकसद है कि जरूरत के अनुसार पर्याप्त इंजेक्शन और गोलियां मिल सकें- डा. प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री, मध्य प्रदेश।