जानलेवा कफ सिरप: एडवाइजरी से बैन तक... 19 बच्चों की मौत, अब तक क्या-क्या हुआ?
छिंदवाड़ा में जहरीला कफ सिरप पीने से दो और बच्चों की मौत हो गई जिससे मध्य प्रदेश में मरने वालों की संख्या 19 तक पहुंच गई है। 3 साल के वेदांत काकुड़िया और 2 साल की जायुषा यदुवंशी का नागपुर में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। सोमवार को भी तामिया ब्लॉक की एक बच्ची की नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। मध्य प्रदेश से एक और हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां जहरीला कफ सिरप पीने से मंगलवार को छिंदवाड़ा में दो और बच्चों की मौत हो गई। 3 साल के वेदांत काकुड़िया और दो साल की जायुषा यदुवंशी ने नागपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कुल मृत बच्चों का आंकड़ा अब 19 पहुंच गया है। बीते सोमवार को तामिया ब्लॉक के भरियाढना की रहने वाली ढाई साल की मासूम धानी डेहरिया की मौत हो गई थी। जिसका नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था।
जानलेवा कफ सिरप: कब क्या हुआ
- 24 अगस्त 2024 छिंदवाड़ा के परासिया के रहने वाले चार वर्ष के बच्चे शिवम राठौर को स्वजन ने प्रवीण सोनी को दिखाया। उन्होंने कोल्ड्रिफ सीरप व अन्य दवाएं दी। पेशाब रुकने की समस्या हुई।
- किडनी फेल होने उपचार के दौरान नागपुर में चार सितंबर को मौत हो गई।
- किडनी की बायोप्सी में डीइजी मिलने पर कलेक्टर ने 31 अगस्त को छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ और नेस्ट्रो-डीएस सीरप के उपयोग व बिक्री पर रोक लगाई।
- 29-30 सितंबर को केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की टीम ने क्षेत्र में जाकर 19 दवाओं के सैंपल लिए। एनआईवी पुणे की टीम ने भी माइक्रोबायोलाजी जांच के लिए बाडी फ्लूड के सैंपल लिए।
- तीन अक्टूबर को तमिलनाडु सरकार की जांच रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ में 48.60 प्रतिशत डीईजी की पुष्टि हुई।चार अक्टूबर को मध्य प्रदेश सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर कोल्ड्रिफ पर प्रदेश भर में रोक लगाई। प्रदेश की जांच में भी कोल्ड्रिफ में 46.20 प्रतिशत डीईजी मिला।
- छह अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक में लापरवाही पर अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए।
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