MP News: कफ सीरप कांड के बाद एक्शन में सरकार, राज्य की सभी औषधि निर्माण इकाइयों की होगी जांच
मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सीरप से बच्चों की मौत के बाद, राज्य की सभी दवा उत्पादन इकाइयों की जांच होगी। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) और राज्य औषधि प्रशासन विभाग की संयुक्त टीम निरीक्षण करेगी। श्रीसन फार्मा कंपनी में 364 कमियां मिलीं। मध्य प्रदेश में 225 दवा उत्पादन इकाइयां हैं, जहाँ नवंबर से निरीक्षण शुरू होने की संभावना है।
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कफ सीरप कांड के बाद एक्शन में सरकार (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सीरप के सेवन से मध्य प्रदेश में 24 बच्चों की मौत से सबक लेकर कड़े कदम उठाने का सिलसिला जारी है। अब मध्य प्रदेश की दवा उत्पादन इकाइयों की सख्ती से जांच होगी।
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) और राज्य औषधि प्रशासन विभाग की संयुक्त टीम यह निरीक्षण करेगी कि दवा कंपनियां लाइसेंस शर्तों का पालन कर रही हैं या नहीं। इसके साथ ही गुणवत्ता नियंत्रण से जुड़े दस्तावेजों की जांच भी की जाएगी।
CDSCO ने किया निरीक्षण
उल्लेखनीय कि मध्य प्रदेश में कफ सीरप का मामला सामने आने के बाद सीडीएससीओ ने कुछ उत्पादन इकाइयों का स्वत: निरीक्षण भी किया है। कोल्ड्रिफ सीरप बनाने वाली श्रीसन फार्मा कंपनी में 364 तरह की बड़ी खामियां तमिल नाडु औषधि प्रशासन विभाग की जांच में मिली थीं।
सीडीएससीओ की ओर से इसको वहां के औषधि प्रशासन विभाग की कमी माना गया था। माना गया कि फर्म का नियमित निरीक्षण किया जाता तो, पहले ही खामियां पता चल जातीं। मप्र में कुल 225 दवा उत्पादन इकाइयां, पहली बार ऐसी जांच मध्य प्रदेश में कुल 225 दवा उत्पादन इकाइयां हैं।
नवंबर से निरीक्षण की संभावना
यहां पहली बार दवा उत्पादन इकाइयों में गुणवत्ता और मानकों का संयुक्त निरीक्षण होने जा रहा है। इसके लिए राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव एक सप्ताह पहले सीडीएससीओ को पत्र भेज चुके हैं। नवंबर से निरीक्षण प्रारंभ होने की संभावना है। माना जा रहा है कि संयुक्त निरीक्षण का यह प्रयोग मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी किया जा सकता है।
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