Move to Jagran APP

Amrit Sarovar Yojana: ग्रामीण इलाकों में 40 हजार से ज्यादा बने अमृत सरोवर, जल संकट की समस्या होगी खत्म

जल संरक्षण की दिशा में केंद्र सरकार को बड़ी सफलता मिली है। देशभर में अब तक 40 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं। यह उपलब्धि पिछले साल अप्रैल में मिशन अमृत सरोवर शुरू होने के बाद 11 महीने की छोटी अवधि में हासिल हुई है। File Photo

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyPublished: Sat, 01 Apr 2023 05:03 AM (IST)Updated: Sat, 01 Apr 2023 05:03 AM (IST)
Amrit Sarovar Yojana: ग्रामीण इलाकों में 40 हजार से ज्यादा बने अमृत सरोवर, जल संकट की समस्या होगी खत्म
ग्रामीण इलाकों में 40 हजार से ज्यादा बने अमृत सरोवर।

नई दिल्ली, पीटीआई। जल संरक्षण की दिशा में केंद्र सरकार को बड़ी सफलता मिली है। देशभर में अब तक 40 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं। यह उपलब्धि पिछले साल अप्रैल में मिशन अमृत सरोवर शुरू होने के बाद 11 महीने की छोटी अवधि में हासिल हुई है।

loksabha election banner

50 हजार अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य

बता दें कि मिशन के तहत इस वर्ष 15 अगस्त तक 50 हजार अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य है। इनमें से प्रत्येक अमृत सरोवर में 10 हजार घन मीटर की जल धारण क्षमता के साथ लगभग एक एकड़ का क्षेत्र होगा। ग्रामीण इलाकों में पानी के संकट को खत्म करने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने पिछले वर्ष 24 अप्रैल को मिशन अमृत सरोवर की शुरुआत की थी।

हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर

देश के हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर के निर्माण के उद्देश्य से की थी। जाहिर है अगर देश में 75 अमृत सरोवर का निर्माण होगा तो भू-जल बढ़ाने में खासी मदद मिलेगी। ऐसे में कल्पना कर सकते हैं कि पीएम मोदी द्वारा लिया गया यह संकल्प पूरा होता है तो पूरे देश में जल संकट की बड़ी समस्या का समाधान होगा।

पानी की समस्या का होगा समाधान

वहीं, देश में सूखा ग्रस्त इलाकों की पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके साथ ही सरोवरों में साल भर जल की उपलब्धता बनी रहे, इसके इंतजाम भी किए गए हैं। इन्हें मुख्यत: वर्षा जल संचयन कर भरा जाएगा। अमृत सरोवर के तट पर नीम, पीपल, कटहल, जामुन, बरगद, सहजन और महुआ आदि के पौधे लगाए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.