Monsoon Update: दिल्ली से यूपी-बिहार समेत इन राज्यों में झमाझम बारिश, कई जगह प्री-मानसून का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 4.2 डिग्री अधिक है। शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड और पंजाब समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही पहाड़ों में आंधी-बारिश और हिमपात का अलर्ट जारी किया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिमी क्षेत्र में हीट वेव और उत्तर के पहाड़ों में आंधी-बारिश और हिमपात के साथ ही पूर्व में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त हवाओं के टकराने से पूरे भारत का मौसम प्रभावित होने वाला है।
- मैदानी क्षेत्रों के तापमान में तीन-चार डिग्री तक गिरावट आएगी और कई स्थानों में आंधी के साथ प्री-मानसून बारिश का अनुमान है। मौसम में परिवर्तन की यह स्थिति एक सप्ताह से ज्यादा दिनों तक जारी रह सकती है।
- पहाड़ों में हिमपात का असर दो-तीन दिनों में मैदानों में दिखना शुरू हो सकता है। पंजाब से लेकर दिल्ली एवं पश्चिमी यूपी के कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है।
- दिल्ली में बादल छाए रह सकते हैं और बिहार-झारखंड में भी तेज आंधी और गरज के साथ बारिश का क्रम जारी रह सकता है। मौसम में इस परिवर्तन से अगले एक सप्ताह तक तापमान में ज्यादा उछाल नहीं आएगी।
पहाड़ों पर हिमपात ने बदला मौसम
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने प्रारंभिक पूर्वानुमान में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही देश के कई हिस्सों में हीट वेव (लू) की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ हिस्से में ऐसा देखा भी गया, लेकिन पहाड़ों पर हिमपात ने शुक्रवार से फिर मौसम को पलट दिया।
उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान का अलर्ट
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में देश के पश्चिमी हिस्से को 20 अप्रैल तक लू से मुक्ति मिलने की संभावना नहीं है। हिमालयी क्षेत्र एवं उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने एवं तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद एवं हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम में अधिक उतार-चढ़ाव
- प्रशांत महासागर में छोटी अवधि तक ला-नीना की सक्रियता ने भारतीय उपमहाद्वीप के मौसम को प्रभावित किया है।
- हालांकि अब ला-नीना कमजोर होकर खत्म हो गया है। फिर भी इस बार मौसम में ज्यादा ही उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
- अप्रैल में सामान्य तौर पर तापमान ऊपर चढ़ता है, लेकिन इस बार के अप्रैल में पहले सप्ताह की तुलना में अंतिम सप्ताह में ज्यादा गर्मी नहीं पड़ती दिख रही है।
- यह स्थिति पश्चिमी विक्षोभ के लगातार आते रहने से बन रही है। उत्तरी सीमा पर एक पश्चिमी विक्षोभ ने अभी तेज दस्तक दी है, जिसका असर 20 अप्रैल तक रह सकता है।
- दूसरा विक्षोभ भी आने की संभावना बनती दिख रही है, जिसके असर से अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होने जा रहा है।
मैदानी इलाकों में कई जगहों पर बारिश
आईएमडी के अनुसार पश्चिम की ओर से आ रही गर्म और पूर्व की ओर से आ रही नमी युक्त हवा के टकराने से उत्तर-पश्चिम हिस्से में धूल भरी आंधी के साथ गरज-चमक के साथ बारिश होगी। इसी दौरान पहाड़ों पर बारिश और हिमपात के चलते मैदानी इलाकों में कई जगहों पर बारिश हो सकती है।
कहां-कितना रहेगा तापमान?
बंगाल, बिहार तथा पूर्वोत्तर राज्यों समेत केरल एवं अंडमान-निकोबार में कुछ स्थानों पर बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के साथ-साथ तेलंगाना में तापमान 40-42 डिग्री के आसपास रह सकता है।
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