Monsoon Update: बाढ़ से हाहाकार, असम और बिहार में लाखों लोग प्रभावित; सेना बुलाई गई
पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी वर्षा व बाढ़ से हाहाकार मच गया है। असम में 26 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बिहार में 31 की मौत हो गई है नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। असम व बिहार समेत देश के पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी वर्षा व बाढ़ से हाहाकार मच गया है। असम के 28 जिलों में 26 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को फोन कर हालात व राहत व बचाव कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में राहत व बचाव कार्य में प्रशासन की मदद के लिए सेना बुलाई गई है। उधर बिहार के 13 जिलों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे लाखों लोग पानी में घिर गए हैं।
ऐसे हैं असम के हालात
-28 जिलों के 3181 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।
-26,45,533 लोग सोमवार दोपहर तक प्रभावित हो चुके थे।
-90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है। कुछ में फसलें खड़ी थीं।
-10 लाख से ज्यादा पशु भी प्रभावित हुए हैं।
-एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव में जुटी हैं।
-कई जिलों में बचाव कार्यो के लिए सेना बुलाई गई है।
बिहार में 31 की मौत, नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी
बिहार के 13 जिलों में बाढ़ के पानी में लाखों लोग घिरे हुए हैं। सोमवार को 31 लोगों की डूबने से मौत हो गई। लोगों का ऊंचे स्थानों पर पलायन जारी है। राहत और बचाव में विलंब की वजह से रोष भी है। सीतामढ़ी में नदियों का कहर लगातार जारी है। शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग हाईवे, प्रमुख सड़क, स्कूल और रेलवे पटरी पर तंबू लगा कर जैसे-तैसे रह रहे हैं। सैकड़ों की आबादी बाढ़ के पानी में घिरी हुई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित निकाल ऊंचे स्थान पर पहुंचाने में लगी है।
बिहार के हालात एक नजर में
-शिवहर, पूर्वी चंपारण व पड़ोसी देश नेपाल से सड़क संपर्क भंग है।
-मोतिहारी की सभी नदियां उफान पर हैं।
-मधुबनी में बाढ़ की स्थिति सोमवार को भी भयावह रही।
-कमला बलान, कोसी व अन्य नदियों के जलस्तर में तेजी है।
-कोसी मुख्य नहर सोमवार को दो जगह टूट गई।
-दरभंगा में कमला नदी का तटबंध टूटने से नए हिस्से बाढ़ की चपेट में।
हरियाणा में भी मानसूनी आफत
मानसून की बारिश के कारण हरियाणा में अंबाला, कुरक्षेत्र, सोनीपत, झज्जर, करनाल और यमुनानगर जिलों में जनजीवन बेहाल हो गया है। सिरसा, जींद, पानीपत, चरखी दादरी सहित अन्य जिलों में भी बारिश हुई है। यमुनानगर में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। कुरक्षेत्र में मारकंडा और टांगरी नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से कुरुक्षेत्र के गांवों में पानी घुस गया है।
दिल्ली एनसीआर में राहत की बारिश
सोमवार को दिल्ली एनसीआर में करीब आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। गर्मी व उमस से बेहाल लोगों को बारिश के कारण तापमान गिरने से राहत महसूस हुई।
राजस्थान में बारिश का इंतजार
राजस्थान में लोगों को बारिश का इंतजार है। पिछले सप्ताह बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और अजमेर में एक दिन हुई तेज बारिश से लोगों को लगने लगा था कि प्रदेश में मानसून आ गया है, लेकिन एक दिन प्रदेश के आधा दर्जन जिलों को भिगोने के बाद बारिश नहीं हुई।
भाजपा सरकार हालात से निपटने में विफल : कांग्रेस
बाढ़ को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। असम में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा नीत राज्य सरकार बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से निपटने में विफल रही है। पार्टी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह तत्काल केंद्रीय टीमें भेजे और समुचित राशि जारी कर युद्धस्तर पर राहत, बचाव, पुनर्वास व चिकित्सा का काम शुरू करे।