Monsoon In India: इस बार जम के बरसे बदरा, देश में आठ फीसदी ज्यादा हुई मानसूनी बारिश
Weather Updates। इस साल दीर्घावधि औसत की तुलना में मध्य भारत में 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक और उत्तर-पश्चिम भारत में 7 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 14 फीसदी कम वर्षा देखने को मिली।
पीटीआई, नई दिल्ली। देश से मानसून ने सोमवार को आधिकारिक रूप से विदाई ले ली। भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 के मानसून में बदरा जमकर बरसे। भारत में कुल 934.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो दीर्घकालिक औसत से आठ प्रतिशत अधिक और वर्ष 2020 से अब तक की सर्वाधिक है।
उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 7 प्रतिशत अधिक हुई बारिश
दीर्घावधि औसत की तुलना में मध्य भारत में 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई, जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक और उत्तर-पश्चिम भारत में 7 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 14 फीसदी कम वर्षा देखने को मिली।
मानसून के शुरुआती मौसम यानी जून में देश में बारिश की कमी देखने को मिली, जो 11 प्रतिशत कम रही। जबकि 9 प्रतिशत के साथ जुलाई से इसके बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ जो अगस्त में 15.7 प्रतिशत और सितंबर में 10.6 प्रतिशत तक बढ़ गई।
पिछले साल भारत में कुल 820 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी
अगर बात करें वर्ष 2023 की, तो भारत में कुल 820 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जो 868.6 मिमी के दीर्घावधि औसत से करीब साढ़े पांच प्रतिशत कम रहकर 94.4 प्रतिशत रही।
2022 में दर्ज दीर्घावधि औसत से छह प्रतिशत ज्यादा 925 मिमी वर्षा, तो 2021 में यह 870 मिमी और 2020 में 958 मिमी रही थी। वैसे, इस वर्ष मौसम विभाग ने दीर्घकालिक औसत से 6 प्रतिशत ज्यादा का आंकड़ा देते हुए सामान्य से अधिक मानसूनी बारिश का पूर्वानुमान लगाया था। जबकि, पूर्वोत्तर में सामान्य से कम, उत्तर-पश्चिम में सामान्य और मध्य एवं दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्रों के लिए सामान्य से अधिक वर्षा का भी सटीक पूर्वानुमान लगाया था।
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