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    विश्व में बड़ी ताकतें, भारत उनमें बना रहा अपना स्थान, भागवत ने 'घट-घट में राम' का अर्थ बताया

    Updated: Tue, 12 Aug 2025 10:00 PM (IST)

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भारत विश्व में अपनी जगह बना रहा है और प्रजातंत्र के मामले में अग्रणी है। उन्होंने राजस्थान के सीकर जिले के रैवासा धाम में संत राघवाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और श्री सियपिय मिलन समारोह का शुभारंभ किया।

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    एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डा. मोहन भागवत ने कहा कि विश्व में बड़ी ताकतें हैं, भारत उनमें अपना स्थान बना रहा है।

    उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्र होने के बाद लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि यहां प्रजातंत्र चल ही नहीं सकता। प्रजातंत्र चला भी और जब इस पर संकट आया तो लोगों ने उसका प्रतिकार कर प्रजातंत्र को कायम रखा। आज भारत प्रजातंत्र के मामले में सारी दुनिया में अग्रणी है।

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    मोहन भागवत पहुंचे रैवासा धाम

    संघ प्रमुख ने मंगलवार को राजस्थान के सीकर जिले के रैवासा धाम में संत राघवाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और नौ दिवसीय श्री सियपिय मिलन समारोह का शुभारंभ किया। समारोह में देश के प्रमुख संत शामिल हो रहे हैं।

    हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर दिया जोर

    हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर जोर देते डा. भागवत ने कहा कि संघ का उद्देश्य हिंदुओं की प्रगति और राष्ट्र की उन्नति है। घट-घट में राम का अर्थ है कि भारत एक ऐसा देश है, जो धर्म का प्रचार करता है और विश्व कल्याण की कामना करता है।

    उन्होंने कहा कि जब इतिहास ने भी आंखें नहीं खोली थीं, तब से भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। संतों का प्रचार सनातन संस्कृति को जीवित रखता है।

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