भूमि अधिग्रहण बिल पर मोदी का पलटवार, कहा-भ्रम फैला रहा विपक्ष
भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर चल रही बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर पलटवार किया। प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थो की खातिर भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधनों पर भ्रम फैला रहे हैं जिससे देश और समाज के हितों को चोट पहुंचेगी।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर चल रही बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर पलटवार किया। प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थो की खातिर भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधनों पर भ्रम फैला रहे हैं जिससे देश और समाज के हितों को चोट पहुंचेगी। मोदी ने स्पष्ट किया कि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 में प्रस्तावित संशोधनों से आदिवासियों और जंगल की जमीन का अधिग्रहण नहीं होगा।
प्रधानमंत्री ने यहां राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में एक शब्द भी आदिवासियों और जंगल की जमीन के अधिग्रहण के बारे में नहीं है। वह जमीन आदिवासियों की है। वनवासी उसके मालिक हैं। लेकिन उनको भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रम फैलाना बंद होना चाहिए क्योंकि इससे देश का अहित होता है।
मोदी ने कहा कि तथ्यों के आधार पर भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर बहस का स्वागत है। एक लोकतंत्र में बहस स्वाभाविक है। लेकिन जब इस तरह मिथ्या-प्रचार किया जाता है तो देश झूठ पर नहीं चल सकता। मोदी का यह बयान ऐसे समय आया है जब सरकार राज्यसभा से भूमि अधिग्रहण पारित कराने की कोशिश कर रही है। राज्यसभा में राजग सरकार अल्पमत में है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण संशोधन अध्यादेश पुन: जारी किया है क्योंकि पूर्व में जारी अध्यादेश की मियाद पांच अप्रैल को समाप्त हो रही थी। भारतीय जनता पार्टी ने भी भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अपने सभी संसद सदस्यों को जनता के बीच जाकर इसके प्रावधान बताने को कहा है।
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