हां, मैंने दिलीप से शादी की: लक्ष्मी
दिलीप वाष्र्णेय से संबंधों को लिव इन रिलेशनशिप का नाम देने वाली चन्दौसी की सपा विधायक लक्ष्मी गौतम रविवार को अपने बयान से पलट गईं। उन्होंने दिलीप वाष्र्णेय को पति स्वीकार करते हुए कहा कि हमने मंदिर में एक दूसरे को पति-पत्नी माना था।
मुरादाबाद [जागरण संवाददाता]। दिलीप वाष्र्णेय से संबंधों को लिव इन रिलेशनशिप का नाम देने वाली चन्दौसी की सपा विधायक लक्ष्मी गौतम रविवार को अपने बयान से पलट गईं। उन्होंने दिलीप वाष्र्णेय को पति स्वीकार करते हुए कहा कि हमने मंदिर में एक दूसरे को पति-पत्नी माना था।
घर में 'पति-पत्नी और वो' का विवाद गहराने के बाद से सुर्खियों में आईं सपा विधायक लक्ष्मी गौतम ने गत बुधवार को दिलीप वाष्र्णेय से खुलेआम हुए विवाद के बाद अपनी शादी नहीं होने की बात कही थी। उस वक्त मीडिया के समक्ष दिलीप से अपने रिश्ते को लिव इन रिलेशनशिप बताया था। इसके बाद दो दिन वह मीडिया से दूरी बनाए रहीं।
रविवार को मुरादाबाद में टीडीआइ सिटी स्थित अपने आवास पर महिला विधायक ने दैनिक जागरण से बातचीत की। उन्होंने दिलीप वाष्र्णेय को पहले की तरह ही आरोपों के घेरे में रखा, लेकिन लिव इन रिलेशनशिप के अपने पुराने बयान से मुकरते हुए दिलीप को अपना पति जरूर स्वीकार किया।
महिला विधायक ने कहा कि हम दोनों ने मंदिर में शादी की थी लेकिन सात साल उन्होंने मुझे प्रताड़ित किया। जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने के साथ ही मारा पीटा भी। दो बेटियों को जन्म देने और विधायक बनने के बाद भी उनका रवैया मेरे प्रति नहीं बदला। उल्टा विधायक बनने के बाद वह अधिक शक करने लगे, मुझे घर में ताले में बंद रखा जाने लगा।
भविष्य की योजना के सवाल पर विधायक ने कहा कि अब उनसे कोई लगाव नहीं है, वह तलाक की लेने की बात करते हैं। अब मैं भी तलाक देने के लिए तैयार हूं। रही बात बेटियों के लिए उनके कोर्ट जाने की, तो वह बेटियों से पहले अपनी पहली पत्नी के उस बेटे का ख्याल करें, जिसका आज तक उन्होंने मुंह तक नहीं देखा है। बेटियां मेरी हैं और मेरे पास ही रहेंगी। निर्वाचन क्षेत्र से दूरी के सवाल पर कहा कि सोमवार को ही वह चन्दौसी जाएंगी। वहां की जनता ने विधायक बनाया है, लिहाजा उसकी सेवा करती रहेंगी। जल्द ही वहां मुख्यमंत्री का कार्यक्रम भी कराया जाएगा। खुद के घटनाक्रम को भी जल्द से जल्द मुख्यमंत्री तक पहुंचाने को भी उन्होंने अपनी प्राथमिकता बताया। बोलीं-अब तक मुख्यमंत्री के बाहरी दौरे जारी रहने की वजह से मुलाकात नहीं हो सकी। सोच समझकर बोलने की बाजीगरी कहें या कुछ और लेकिन जागरण से विशेष बातचीत में विधायक ने एक दफा भी दिलीप वाष्र्णेय का नाम नहीं लिया। पेशे से शिक्षक दिलीप को हर दफा 'मास्साब' कहकर ही संबोधित किया।
जान से मारने की कोशिश की मुरादाबाद। पति दिलीप दिलीप वाष्र्णेय पर आरोपों की झड़ी लगा रहीं विधायक लक्ष्मी गौतम ने बताया कि मुरादाबाद शिफ्ट होने से पहले उन्हें घर में जान से मारने की कोशिश भी हुई थी। मार्च में एक दिन दिलीप ने तमंचा लेकर जान से मारने की कोशिश की। मैंने कमरा नहीं खोला और घबराकर एसपी सम्भल और अपने भाई को फोन पर सारी स्थिति बताई। दिलीप के पास मेरे भाई का फोन आया, जिसके बाद उनका रुख बदला। मेरे साथ बेटियों को भी प्रताड़ित किया जाता रहा है।
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