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    30 ग्राम खाता है और महीने भर पचाता है, दुनिया के सबसे सुस्त जानवर से हम ले सकते हैं सबक

    By Brij Bihari ChoubeyEdited By:
    Updated: Wed, 09 Jan 2019 11:12 AM (IST)

    यह दुनिया विचित्रताओं से भरी पड़ी है। खासकर प्राणी जगत के बारे में नई जानकारियां हमें हैरान कर रही हैं।

    30 ग्राम खाता है और महीने भर पचाता है, दुनिया के सबसे सुस्त जानवर से हम ले सकते हैं सबक

    नई दिल्ली, जेएनएनः यह धरती Srange Animals से भरी पड़ी है। चीते जैसे फुर्तीले और शेर जैसे ताकतवर जानवरों के बीच एक ऐसा प्राणी भी है जो एक बार में सिर्फ 30 ग्राम पत्तियां खाता है और उसे पचाने में एक महीने तक का समय लग जाता है। इसे स्लॉथ (sloth) कहा जाता है। यह मध्य और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।

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    पचाने में क्यों लगता है लंबा समय
    स्लॉथ को खाना पचाने में इतना समय क्यों लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसकी पाचन शक्ति यानी मेटाबॉलिज्म की रफ्तार बहुत धीमी है। इस जानवर से हम इंसानों को यही सबक मिलता है कि अगर आपकी भी पाचन शक्ति कमजोर हो जाए तो खाना पचने में देरी होती है और रोग आपको घेरने लगते हैं।

    पेड़ों के शिखर पर है बसेरा
    घने जंगलों में लंबे पेड़ों के सबसे ऊपरी भाग में अपना बसेरा बनाने वाला यह प्राणी आमतौर पर तभी नीचे उतरता है जब उसे मल त्याग करना होता है। यह पेड़ों पर इसलिए रहता है क्योंकि इसके पंजे में लंबे और मुड़े हुए नाखून होते हैं, जिनकी वजह से वह धरती की सतह पर चल नहीं पाता है। धीमी गति के कारण कहीं कोई बड़ा जानवर उसका शिकार न कर ले, इस कारण वह पेड़ों पर ही रहता है और हरी पत्तियों का भोजन करता है लेकिन एक बार में वह 30 ग्राम से ज्यादा भोजन नहीं कर पाता है जिसे पचाने में उसे एक महीने तक का समय लग जाता है।

    स्लॉथ और शैवाल का रिश्ता
    यह जानवर न सिर्फ सुस्त है बल्कि इसके शरीर पर घने बाल भी होते हैं। इसके घने बालों में एक प्रकार का शैवाल (Algea) पनपता है। ये दोनों एक दूसरे की मदद करते हैं। शैवाल को स्लॉथ के बालों में पानी का स्रोत और शरण मिल जाती है जबकि स्लॉथ को शैवाल से पोषण देता है और उसे छुपाने के लिए आवरण भी मुहैया कराता है। 

    उल्टा लटक कर बिता देता है जीवन
    स्लॉथ के बारे में एक और हैरतअंगेज तथ्य यह है कि वह अपना 90 फीसदी जीवन पेड़ों पर उल्टा लटक कर बिता देता है। ज्यादातर समय तक उल्टा लटकने के बावजूद इसके फेफड़ों पर कोई दबाव नहीं पड़ता है और इसे सांस लेने में भी तकलीफ नहीं होती है। इसके लिए प्रकृति से उसे खास उपहार मिला है। दरअसल, उसके शरीर के अंदरूनी अंग उसकी पसलियों से जुड़े होते हैं और उल्टा लटकने के बावजूद उसके फेफड़ों पर दबाव नहीं डालते है।

    इंसानों के शौक से बढ़ा खतरा
    दुनिया के इस सबसे सुस्त जानवर पर इंसानों के शौक के कारण संकट पैदा हो गया है। इसे जंगलों से लाकर शहरों में नुमाइश की चीज बनाया जा रहा है। स्लॉथ के साथ सेल्फी लेने वालों की कमी नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस वजह से इस प्राणी का जीवनकाल 40 साल से घटकर छह महीने तक रह गया है।