मिलिए भारत की पहली AI-Mom काव्या मेहरा से... जो सोशल मीडिया पर बटोर रही हैं सुर्खियां
भारत की पहली वर्चुअल इन्फ्लुएंसर मॉम काव्या मेहरा... जो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुईं हैं। काव्या मेहरा अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी रोजमर्जी की जिंदगी से जुड़ी झलकियां शेयर करती हैं। इसके साथ ही काव्या अपनी प्रोफाइल पर स्किन केयर रूटीन और खाने की रेसिपी भी शेयर करती हैं। लोग अब उनके पोस्ट पर कमेंट कर रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। AI की दुनिया में हमने अब तक बहुत से नए आयाम देखे हैं। हमने चैनलों पर AI टीवी एंकर भी देखी। वहीं, अब दुनिया के सामने आई हैं AI मॉम इन्फ्लुएंसर। जी हां सही सुना आपने। काव्या मेहरा नाम की AI मॉम इन्फ्लुएंसर सोशल मीडया पर धूम मचा रही हैं।
हम अपने आस-पास ही देख रहे हैं कि किस तरह से वर्चुअल इन्फ्लुएंसर सोशल मीडिया की दुनिया पर कब्जा कर रहे हैं और बीते कुछ सालों में तेजी से लोकप्रिय हो गए हैं। इन कंप्यूटर-जनरेटेड संस्थाओं ने कल्पना और वास्तविकता के बीच की रेखाओं को धुंधला करते हुए अपार लोकप्रियता हासिल की है।
मिलिए भारत की पहली AI मॉम काव्या से...
अब, भारत की ऐसी ही एक वर्चुअल इन्फ्लुएंसर काव्या मेहरा हैं, जो एक AI-संचालित मॉम इन्फ्लुएंसर हैं, जो इंटरनेट पर धूम मचा रही हैं। काव्या भारत की सबसे बड़ी सेलिब्रिटी मैनेजमेंट फर्मों में से एक, कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क द्वारा बनाई गई एक डिजिटल रूप से तैयार की गई शख्सियत हैं। उनके सोशल मीडिया बायो के अनुसार, वह "भारत की पहली AI मॉम हैं, जो असली माताओं द्वारा संचालित हैं"।
इंस्टाग्राम पर काव्या शेयर करती हैं अपना रूटीन
बता दें कि काव्या के इंस्टाग्राम पर 300 से ज्यादा फॉलोअर हैं, जिनके साथ वह मातृत्व के बारे में अपने आधुनिक विचार साझा करती हैं। वह खाना भी बनाती हैं, पेंटिंग भी करती हैं और स्किनकेयर के नियमों का पालन भी करती हैं।
उनके एक कैप्शन में लिखा है, रणनीति बनाने से लेकर भोजन की योजना बनाने तक, यह मेरी यात्रा है - एक वास्तविक, बिना किसी फिल्टर के कि मैं मातृत्व को कैसे समझ रही हूँ, यह सब करते हुए उस काव्या को बनाए रखना जो बच्चों से पहले थी।
उनके फॉलोवर्स के अनुसार, काव्या का व्यक्तित्व वास्तविक माताओं के वास्तविक जीवन के अनुभवों के इर्द-गिर्द बनाया गया है। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क ने कहा, काव्या मेहरा सिर्फ़ एक डिजिटल अवतार नहीं है; वह आधुनिक मातृत्व का अवतार है, जो एआई द्वारा संचालित है, फिर भी मानवीय अनुभव में गहराई से शामिल है।
इंस्टाग्राम पर काव्या अक्सर अपनी रोजमर्रा की जिंदगी की झलकियाँ शेयर करती हैं, जिसमें अपना पसंदीदा खाना बनाने से लेकर दिवाली का मजा लेना भी शामिल है। वह अपनी प्रेग्नेंसी से लेकर अपने बच्चे के बड़े होने तक की तस्वीरें भी शेयर करती हैं।
काव्या सिर्फ एक तकनीकी नवाचार नहीं है- विजय सुब्रमण्यम
एक पोस्ट में उन्होंने बताया कि वह किस तरह की माँ बनना चाहती हैं। उन्होंने एक वीडियो में बताया, एक ऐसी माँ जो भावनात्मक रूप से उपलब्ध हो और अपने दम पर खड़ी हो सके... कोई ऐसा जिसका प्यार स्थिर हो, जिससे बच्चों को पता चले कि वे उसके पास आ सकते हैं, वह उनकी सुरक्षित जगह हो।
ईटी के अनुसार, कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क के संस्थापक और समूह सीईओ विजय सुब्रमण्यम ने कहा, यह उपलब्धि कहानी कहने की सीमाओं को फिर से परिभाषित करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। काव्या केवल एक तकनीकी नवाचार नहीं है - वह समाज के वास्तविक जीवन के अनुभवों का प्रतिबिंब है।
उल्लेखनीय रूप से, वर्चुअल इन्फ़्लुएंसर काल्पनिक कंप्यूटर-जनरेटेड 'लोग' होते हैं, जिनमें मनुष्यों की यथार्थवादी विशेषताएँ और व्यक्तित्व होते हैं। इन्हें AI इन्फ़्लुएंसर भी कहा जाता है, इन डिजिटल व्यक्तित्वों की सोशल मीडिया पर मौजूदगी होती है और ये दुनिया के साथ प्रथम-व्यक्ति के नजरिए से बातचीत करते हैं।
वर्चुअल इन्फ़्लुएंसर ऑनलाइन कंटेंट बनाने और मार्केटिंग करने के तरीके को बदल रहे हैं। मानव इन्फ़्लुएंसर की तरह ही, ये इन्फ़्लुएंसर भी सोशल मीडिया पर फ़ोटो, वीडियो और स्टोरी पोस्ट करते हैं, फ़ॉलोअर्स के साथ बातचीत करते हैं।
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