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    एक करोड़ की इनामी माओवादियों की मास्टरमाइंड सुजाता का आत्मसमर्पण, 100 से अधिक मामले हैं दर्ज

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 12:50 AM (IST)

    एक करोड़ की इनामी शीर्ष महिला माओवादी कल्पना उर्फ सुजाता ने हथियार डाल दिए हैं। 62 वर्षीय सुजाता का आत्मसमर्पण माओवादी हिंसक संगठन की रीढ़ पर बड़ा प्रहार है। वह दिवंगत शीर्ष माओवादी किशनजी की पत्नी और बसव राजू के बाद महासचिव बनने की दौड़ में सबसे आगे खड़े भूपति की भाभी है। सुजाता का जन्म 1963 में तेलंगाना में हुआ। उसके पिता तिम्मा रेड्डी पोस्टमास्टर थे।

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    एक करोड़ की इनामी माओवादियों की मास्टरमाइंड सुजाता का आत्मसमर्पण (फोटो- एक्स)

     जेएनएन, जगदलपुर। एक करोड़ की इनामी शीर्ष महिला माओवादी कल्पना उर्फ सुजाता ने हथियार डाल दिए हैं। 62 वर्षीय सुजाता का आत्मसमर्पण माओवादी हिंसक संगठन की रीढ़ पर बड़ा प्रहार है। वह दिवंगत शीर्ष माओवादी किशनजी की पत्नी और बसव राजू के बाद महासचिव बनने की दौड़ में सबसे आगे खड़े भूपति की भाभी है।

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    पुनर्वास नीति के तहत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई

    हैदराबाद में तेलंगाना पुलिस महानिदेशक की मौजूदगी में शनिवार को मुख्यधारा में लौटी सुजाता को वहां की सरकार ने 25 लाख रुपये की इनामी राशि और पुनर्वास नीति के तहत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।

    आदिवासी अंचलों में पुलिस और खुफिया एजेंसियां उसे 100 से अधिक माओवादी घटनाओं की मास्टरमाइंड मानती रही हैं। 2010 के ताड़मेटला नरसंहार में 76 जवान बलिदान हुए थे। साल 2013 में झीरम घाटी हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की हत्या हुई और 2020 के मिनपा हमले समेत कई बड़े हमलों के पीछे उसका दिमाग माना जाता है।

    सुजाता का जन्म 1963 में तेलंगाना में हुआ था

    सुजाता का जन्म 1963 में तेलंगाना में हुआ। उसके पिता तिम्मा रेड्डी पोस्टमास्टर थे। दिसंबर 1982 में उसने पीपुल्स वार ग्रुप का दामन थामा और सांस्कृतिक इकाई जाना नाट्य मंडली में सक्रिय हुई। इसी दौरान उसकी मुलाकात वरिष्ठ माओवादी हिंसक मल्लोजुला कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी से हुई, जिससे 1984 में उसने विवाह किया। किशनजी की 2011 में मुठभेड़ में मौत हो गई।

    शव लेने नहीं आए परिजन, माओवादी स्मारक धवस्त

    छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 10 सितंबर को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए आठ लाख के इनामी मासा का शव चार दिनों तक शवगृह में पड़ा रहा। स्वजन के नहीं पहुंचने पर जन सहयोग समाजसेवी संस्था ने शनिवार को पुलिस के अनुरोध पर उसका अंतिम संस्कार कराया। वहीं जिले के पखांजूर क्षेत्र में 47वीं बटालियन बीएसएफ के जवानों ने माओवादियों द्वारा निर्मित 14 फीट ऊंचे स्मारक को ध्वस्त कर दिया है।

    बीजापुर में मुठभेड़ : दो माओवादी ढेर, हथियार बरामद

    गंगालूर थाना क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो माओवादी मारे गए। मौके से 303 राइफल, एक 12 बोर बंदूक और विस्फोटक सामग्री मिली है।

    एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि गंगालूर क्षेत्र के जंगलों में सर्चिंग के दौरान माओवादियों ने जवानों पर हमला कर दिया। सुबह तक दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। सर्चिंग के दौरान मुठभेड़ स्थल से दो माओवादियों के शव बरामद हुए।