FSSAI के तहत 1596 कंपनियों का हुआ पंजीयन, 31 देशों की सैकड़ों कंपनियां भारत में बेचना चाहती हैं अपना फूड आइटम
फएसएसएआई की तरफ से साफ कर दिया गया है कि फूड आइटम की बिक्री की इजाजत संबंधित विभागों के नियम के मुताबिक ही दी जाएगी। पंजीयन का मतलब यह नहीं होगा कि कंपनियां भारत में अपना फूड आइटम बेचने लगेंगी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के बड़े बाजार में दुनिया की सभी मशहूर फूड कंपनियां अपने उत्पाद को बेचना चाहती है। तभी पिछले 20 जनवरी से लेकर अब तक 31 देशों की सैकड़ों फूड कंपनियों ने अपने फूड आइटम की बिक्री के लिए अलग-अलग नामों से पंजीयन कराया है। अब तक 1596 पंजीयन हो चुका है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के तहत इन कंपनियों का पंजीयन किया गया है।
एफएसएसएआई ने 20 जनवरी को पंजीयन के लिए खोला पोर्टल
इनमें से कई कंपनियां पहले से भारत में फूड आइटम का निर्यात कर रही है। पिछले साल अक्टूबर में एफएसएसएआई ने कहा था कि भारत में फूड आइटम खासकर दुग्ध उत्पाद, मांस-मछली से जुड़े उत्पाद, बच्चों के खाद्य उत्पादों को बेचने के लिए सभी विदेशी कंपनियों को अपना पंजीयन कराना होगा ताकि उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रहे। इसके तहत इस साल 20 जनवरी को एफएसएसएआई ने पंजीयन के लिए अपना पोर्टल खोला था।
चीन की दर्जन भर कंपनियां फूड आइटम बेचने के लिए पंजीकृत हुई
मात्र दो महीने में इस पोर्टल पर पंजीयन के विदेशी कंपनियों की बाढ़ सी आ गई। यहां तक की चीन की दर्जन भर से अधिक कंपनियां भारत में फूड आइटम बेचने के लिए पंजीकृत हुई है। हालांकि एफएसएसएआई की तरफ से साफ कर दिया गया है कि फूड आइटम की बिक्री की इजाजत संबंधित विभागों के नियम के मुताबिक ही दी जाएगी। पंजीयन का मतलब यह नहीं होगा कि कंपनियां भारत में अपना फूड आइटम बेचने लगेंगी।
कई देशों ने भारत में खाद्य उत्पाद बेचने पर जताई दिलचस्पी
जानकारों के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की कई कंपनियां दुग्ध उत्पादों की बिक्री के लिए पंजीकृत हुई है, लेकिन उन्हीं विदेशी दुग्ध उत्पादों की बिक्री की इजाजत दी जाएगी, जिसकी बिक्री की सरकार ने इजाजत दे रखी है। भारत में खाद्य उत्पाद बेचने के लिए कनाडा, आस्टि्रया, आस्ट्रेलिया, डेनमार्क, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, जापान, थाईलैंड जैसे प्रमुख देशों की कंपनियों ने दिलचस्पी जाहिर की है।
आइसलैंड, ग्रीनलैंड जैसे छोटे देशों की कंपनियों ने भी अपना पंजीयन कराया है। पंजीकृत अधिकतर कंपनियां भारत में मांस व मछली उत्पादों को बेचना चाहती है। अगर सरकार की तरफ से इन कंपनियों को निर्यात की इजाजत मिल गई तो जल्द ही चीन-जापान से लेकर वियतनाम व थाईलैंड की मछली का स्वाद पैक्ड फूड के रूप में ले सकेंगे।
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