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    Manipur: मणिपुर में सुरक्षा बलों का एक्शन, चूड़ाचांदपुर में उखाड़ फेंकी अवैध चौकियां

    Updated: Sun, 16 Feb 2025 10:00 PM (IST)

    सुरक्षा बलों ने मणिपुर के इंफाल-चूड़ाचांदपुर सड़क पर अवैध जांच चौकियों को ध्वस्त किया जो जातीय संघर्ष के बाद स्थानीय ग्रामीण स्वयंसेवकों द्वारा संचालित की जा रही थीं। वहीं सेना और असम राइफल्स ने 16 उग्रवादियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए। कुकी-जो विधायकों ने शांति की उम्मीद जताई है जबकि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है।

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    कुकी-जो विधायकों ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के बाद शांति की उम्मीद जताई है। (फाइल फोटो)

    पीटीआई, इंफाल। सुरक्षा बलों ने मणिपुर में इंफाल- चूड़ाचांदपुर सड़क पर अवैध जांच चौकियों को ध्वस्त कर दिया है। पुलिस ने रविवार को कहा कि राज्य में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से ही ''ग्रामीण स्वयंसेवक'' इन अवैध जांच चौकियों को संचालित कर रहे थे।

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    पुलिस अधिकारी ने कहा, "सुरक्षा बलों ने एनएच-2 पर चूड़चांदपुर जिले के कपरांग और एस क्वातलियन में अवैध जांच चौकियों को ध्वस्त कर दिया है। सुरक्षा बलों ने इन स्थानों पर कब्जा कर लिया है और वाहनों की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जा रही है।"

    मणिपुर में मई 2023 में शुरू हुए जातीय संघर्ष में इंफाल घाटी में बहुसंख्यक मैतेई और आसपास की पहाड़ियों में कुकी-जो आदिवासी समूहों के बीच झड़पें हुई हैं। संघर्ष में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हुए।इस बीच एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि राज्य में राजनीतिक स्थिति का फायदा उठाकर विधायकों को गुमराह करने के लिए अज्ञात व्यक्तियों द्वारा काल किए जाने की शिकायतें मिली हैं। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

    कुकी-जो विधायकों ने जताई शांति की उम्मीद

    मणिपुर के कुकी-जो विधायकों ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के बाद शांति की उम्मीद जताई है। 10 विधायकों - सात भाजपा विधायक, दो कुकी पीपुल्स अलायंस और एक निर्दलीय विधायक ने कहा कि वे जातीय संघर्ष से प्रभावित और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की पीड़ा दूर करने के उपायों के लिए तत्पर हैं।

    बयान में कहा गया है, हम केंद्र के फैसले को स्वीकार करते हुए आशा जताते हैं कि भारत सरकार बातचीत के जरिये शांति और न्याय के लिए व्यापक राजनीतिक रोडमैप तैयार करेगी। एन. बीरेन ¨सह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद गुरुवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। विधानसभा को निलंबित रखा गया है।

    हथियार गोला बारूद बरामद

    सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर में भारी मात्रा में हथियारों के साथ 16 सशस्त्र उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। सेना ने रविवार को यह जानकारी दी। रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट में कहा कि मणिपुर पुलिस के समन्वय से चूड़ाचांदपुर, थौबल, तेंगनौपाल और इंफाल पूर्वी जिलों में ड्रोन और विस्फोटक खोजी कुत्तों का इस्तेमाल करके 14 और 15 फरवरी को चलाए गए अभियान में उग्रवादियों समूहों के 16 कैडर को गिरफ्तार किया और नौ हथियारों की बरामद किए।

    इनमें स्वचालित, असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल, सिंगल बैरल राइफलें, आइईडी, ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध जैसे भंडार शामिल थे। गिरफ्तार उग्रवादियों और बरामद वस्तुओं को मणिपुर पुलिस को सौंप दिया गया।

    यह भी पढ़ें: Manipur President Rule: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू, बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र का बड़ा फैसला

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