Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    मणिपुर में पुलिस ने किया जाली नोटों के गिरोह का भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार

    By Arijita SenEdited By:
    Updated: Fri, 26 Aug 2022 08:56 AM (IST)

    Manipur पुलिस ने गिरोह के पास से मादक पदार्थों के साथ नकली नोटों के बंडल बरामद किए हैं। पुलिस की आगे की जांच जारी है। इस बीच नकली नोटों के मामले में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि इनकी संख्‍या में कमी आई है।

    Hero Image
    मणिपुर में पुलिस ने किया नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़

    इम्‍फाल (मणिपुर), एजेंसी। इम्‍फाल ईस्ट पुलिस की एंटी ड्रग सेल (Anti Drug Cell) ने यहां के उरुप कांगथक गांव (Urup Kangthak) और केइराव गांव क्षेत्र (Keirao village area) में नकली नोट रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने गुरुवार को इसकी यह जानकारी दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने गिरोह के पास से मादक पदार्थों के साथ नकली नोटों के बंडल बरामद किए हैं। पुलिस ने कहा, 'हमने संदिग्‍ध वर्ल्‍ड इज योर्स (WY) की 3,790 गोलियों, 60 ग्राम हेरोइन, 89-89 की संख्‍या में 500 के नकली नोटों के 26 बंडल और 500 के जाली नोटों के 101 शीट्स की बरामदगी की है।' पुलिस ने कहा है कि इस पर आगे की जांच जारी है।

    इससे पहले, 8 अगस्त को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा को सूचित किया था कि वित्‍त वर्ष 2016-17 में बैंकिंग सिस्‍टम में पाए गए नकली नोटों का मूल्य 2021-22 में 43.47 करोड़ रुपये से घटकर 8.26 करोड़ रुपये हो गया है। यानी कि इसमें लगभग 80 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है।

    पंकज चौधरी ने उनसे पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही। सवाल था कि क्या साल 2016 में नोटबंदी के बाद से नकली भारतीय नोटों की कीमत बढ़ी है। उन्‍होंने कहा, 'एजेंसियों की एक रिपोर्ट की मानें तो कई ऐसे भी मामले सामने आए हैं जहां यह पाया गया है कि नकली मुद्रा की तस्करी पड़ोसी देशों से की गई है। पंकज चौधरी कहते हैं, बीते कुछ समय में विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा जब्त किए गए नोटों की संख्‍या में वृद्धि हुई है, जिसके चलते बैंकिंग प्रणाली में पाए गए ऐसे नोटों की संख्या में कमी आई है।'

    इसके अलावा, 2016-17 में 7.62 लाख नकली नोटों की संख्‍या भी 2020-21 में घटकर 2.08 लाख हो गई। इनकी संख्‍या में साल-दर-साल गिरावट दर्ज की गई। चौधरी ने कहा कि जाली नोटों की संख्या में कमी आई है, वजह 8 नवंबर, 2016 को सरकार द्वारा की गई नोटबंदी है जिसमें 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोटों को रद्द कर दिया। विमुद्रीकरण (Demonetisation ) के कई उद्देश्‍यों में से एक जाली नोटों पर लगाम कसना भी था।