नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन, बड़ी संख्या में छात्र शामिल
इंफाल घाटी में बड़ी संख्या में सिविल सोसायटी के सदस्यों और विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्रों ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच प्रदर्शन किए।
इंफाल, प्रेट्र। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा के दो दिनों बाद मणिपुर, नगालैंड और मेघालय में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में प्रदर्शन हुए। गृह मंत्री ने कहा था कि सरकार यह विधेयक संसद में लाएगी।
इंफाल घाटी में बड़ी संख्या में सिविल सोसायटी के सदस्यों और विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्रों ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच प्रदर्शन किए। राज्य के किसी भी हिस्से से अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं मिली है।
कोहिमा में हजारों लोगों ने अपनी परंपरागत वेशभूषा में रैली निकाली। यह प्रदर्शन जेसीपीआइ एनईएफआइपी के बैनर तले किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नगालैंड के मुख्यमंत्री नेइफिउ रिओ को मेमोरेंडम सौंपा।
शिलांग में प्रदर्शन का आयोजन करने वाले एनईएफआइपी ने आरोप लगाया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक क्षेत्र से मूल आदिवासियों को खदेड़ने वाला होगा। संगठन ने कहा कि केंद्र ने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से विस्थापित होने वालों को वैध नागरिकता प्रदान करने के लिए नागरिकता संशोधन विधेयक लागू किया तो वह संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग करेगा।
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