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मणिपुर में सारी हदें हुईं पार, मानवता शर्मसार! महिलाओं को नग्न कर घुमाने की घटना के चार आरोपी गिरफ्तार

मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को नग्न कर घुमाने वाली भीड़ में शामिल और एक पीड़िता को घसीटने वाले व्यक्ति सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शाम को बताया था कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके कुछ ही घंटों बाद आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaPublished: Thu, 20 Jul 2023 11:59 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2023 11:59 PM (IST)
मणिपुर में सारी हदें हुईं पार, मानवता शर्मसार! (फोटो: एपी)

इंफाल, पीटीआई। मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को नग्न कर घुमाने वाली भीड़ में शामिल और एक पीड़िता को घसीटने वाले व्यक्ति सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। महिलाओं को नग्न कर घुमाने की इस घटना की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम लोगों ने निंदा की। 

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मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शाम को बताया था कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके कुछ ही घंटों बाद आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

आरोपित की हुई पहचान!

पुलिस ने बताया कि बुधवार को सामने आए 26 सेकेंड के वीडियो में गिरफ्तार आरोपियों में से एक को कांगपोकपी जिले के बी. फाइनोम गांव में भीड़ को सक्रिय रूप से निर्देश देते हुए देखा जा सकता है। इस आरोपी की पहचान 32 वर्षीय हुईरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए अन्य तीन आरोपियों की पहचान तत्काल पता नहीं चली है।

वरिष्ठ अधिकारी वीडियो की जांच कर रहे हैं। साथ ही वीडियो में मौजूद व्यक्तियों को गिरफ्तार किए गए आरोपियों से मिलाया जा रहा है। 

वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कल रात कहा था कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थाउबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया गया है तथा दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं।

रातभर चली छापमारी के बाद एक आरोपी गिरफ्तार

भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में रातभर चली छापेमारी के बाद एक आरोपी हुईरेम हेरादास सिंह को थाउबल जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसा आरोप है कि भीड़ ने दोनों आदिवासी महिलाओं को छोड़ने से पहले उनका कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया था।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग को लेकर मैतई समुदाय द्वारा पहाड़ी जिलों में तीन मई को आयोजित आदिवासी एकजुटता मार्च वाले दिन राज्य में जातीय हिंसा भड़की थी और तब से लेकर अबतक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

मैतई समुदाय की 53 फीसदी आबादी

मणिपुर में मैतई समुदाय की आबादी लगभग 53 फीसदी है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी समुदाय के आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं।


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